- वायरस के भय से कर्मचारियों और डॉक्टरों में दहशत

- पूरा वार्ड कराया गया सेनेटाइज

रुष्टयहृह्रङ्ख : लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में शनिवार रात स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक निजी अस्पताल से बारह कोरोना संक्रमित मरीज भेज दिए गए। ऐसे में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती संदिग्ध मरीजों को इमरजेंसी में शिफ्ट किया गया। रविवार सुबह इनमें से एक संदिग्ध मरीज की मौत हो गई। इसके बाद स्टाफ में वायरस को लेकर दहशत फैल गई। लिहाजा, इमरजेंसी वार्ड को बंद कराकर सेनेटाइज किया गया।

जुकाम बुखार से था पीडि़त

एलडीए कॉलोनी के जोनल पार्क निवासी निलेश पाल (60) को जुकाम-बुखार था। शनिवार को उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई। ऐसे में परिवारजन निलेश पाल को लेकर 11 बजे लोहिया संस्थान की इमरजेंसी में पहुंचे। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों ने कोरोना की आशंका जताकर सामने बने आइसोलेशन वार्ड में उन्हें भर्ती कर दिया। वहीं, रात आठ बजे के करीब 12 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक निजी अस्पताल से लोहिया संस्थान भेज दिया गया। ऐसे में संदिग्ध मरीज को आइसोलेशन वार्ड से निकाल लिया गया। नीलेश को इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। रविवार सुबह दस बजे नीलेश की मौत हो गई। उनकी कोरोना जांच की रिपोर्ट भी सुबह नहीं आई थी। ऐसे में वहां तैनात कर्मचारी आशंकित हो गए। शव मच्र्युरी में सुरक्षित रखवा दिया गया। इसके बाद इमरजेंसी बंद कराकर वार्डो को सेनेटाइज किया गया।

फीवर क्लीनिक में भर्ती रही बाधित

घटना के बाद इमरजेंसी वार्ड दोपहर 12 बजे तक बंद रहा। ऐसे में कई मरीज बगैर इलाज के लौट गए। लिवर की समस्या के गंभीर मरीज सुधीर को वापस कर दिया गया। इंदिरानगर सेक्टर-14 निवासी हरीकेश चौधरी को भी भर्ती नहीं किया गया। सीने में दर्द के बाद उन्हें इमरजेंसी में लाया गया था। करीब 10 मरीजों की इमरजेंसी में भर्ती नहीं हो पाई। इस दौरान फीवर क्लीनिक भी बाधित रही।

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कोट

एक संदिग्ध मरीज की मौत हो गई थी। ऐसे में इमरजेंसी को सेनेटाइज कराया गया। यह सुरक्षा के लिहाज से किया गया। इस दौरान मरीजों को थोड़ी असुविधा हुई।

- डॉ। श्रीकेश सिंह, चिकित्सा अधीक्षक, लोहिया संस्थान

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चौराहे पर गश खाकर गिर पड़ा व्यक्ति, मौत

तालकटोरा में रविवार को संदिग्ध हालात में एक व्यक्ति की मौत हो गई। सहादतगंज नूरबाड़ी निवासी जहांगीर मिर्जा रविवार शाम मीना बेकरी चौराहे के पास गश खाकर गिर पड़े थे। स्थानीय लोग मदद के लिए दौड़े, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। परिवारजन के मुताबिक जहांगीर मानसिक रूप से बीमार थे। वहीं, पुलिस का कहना है कि मामले की छानबीन की जा रही है।