लखनऊ (ब्यूरो)। चौराहों पर ट्रैफिक को व्यवस्थित करने के लिए टेबल टॉप ब्रेकर बनाए गए थे, पर यह व्यवस्था ही ट्रैफिक जाम और हादसों का कारण बन रही है, जिसकी वजह से अब जहां भी टेबल टॉप ब्रेकर बनाए गए हैैं, उन्हें तोडऩे की कवायद शुरू कर दी गई है। जहां भी इन्हें तोड़ा जाएगा, वहां पर रोड मेंटीनेंस भी कराया जाएगा, ताकि जनता को जाम का सामना न करना पड़े।

स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत पहले 33 चौराहों को स्मार्ट बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया था। इसका बजट करीब 50 करोड़ रुपये से अधिक था। इसके अंतर्गत ही चौराहों पर टेबल टॉप ब्रेकर बनाए जाने थे। पेपर मिल तिराहे से इसकी शुरुआत हो गई थी। इस चौराहे पर प्रोजेक्ट के अंतर्गत टेबल टॉप ब्रेकर बना दिया गया था। इस ब्रेकर के बन जाने के बाद पेपर मिल तिराहे पर जाम की समस्या विकराल हो गई थी।

गाडिय़ों को लग रहे थे झटके

पेपर मिल तिराहे पर जिस टेबल टॉप ब्रेकर को बनाया गया था, उसकी ऊंचाई अधिक होने के कारण यहां से गुजरने वाले वाहनों को ब्रेकर पार करते समय तेज झटकों का सामना करना पड़ रहा था। कई बार तो ई-रिक्शा इत्यादि यहां से गुजरते वक्त पलट भी गए। इस ब्रेकर को लेकर लगातार शिकायतें बढ़ रही थीं।

बनाई गई जांच समिति

मंडलायुक्त के निर्देश पर टेबल टॉप ब्रेकर के मानकों की जांच को लेकर जांच समिति बनाई गई थी। इस समिति में पीडब्ल्यूडी, नगर निगम के अफसरों को शामिल किया गया था। इस समिति ने कई बिंदुओं पर टेबल टॉप ब्रेकर की जांच की। इसके बाद यह साफ हो गया कि ये ब्रेकर बनाने में नियमों का पूर्णत: पालन नहीं किया गया और इसकी वजह से लोगों को पेपर मिल तिराहे पर जाम की समस्या से रूबरू होना पड़ रहा है।

नए चौराहों पर नहीं बनेंगे ब्रेकर

जांच समिति की रिपोर्ट के बाद एक तरफ जहां पेपर मिल तिराहे पर बने ब्रेकर को लगभग तोड़ दिया गया है, वहीं अन्य 11 चौराहों पर प्रस्तावित इस प्रोजेक्ट को रोक दिया गया है। साफ है कि अब स्मार्ट सिटी में चयनित किसी भी चौराहे पर टेबल टॉप ब्रेकर नजर नहीं आएंगे। इतना ही नहीं, स्मार्ट सिटी के अंतर्गत ही चयनित 12 चौराहों पर मास्टिफ रोड भी बनाई जानी है। सिकंदरबाग, बापू भवन इत्यादि प्वाइंट्स पर उक्त कार्य करा भी दिया गया है। इस तरह की रोड निर्माण पर भी सवाल उठे हैैं, लेकिन स्मार्ट सिटी अधिकारियों का कहना है कि सभी 12 चौराहों पर इस रोड का निर्माण कराया जाएगा।

12 चौराहे ही बनेंगे स्मार्ट

स्मार्ट सिटी में लिए चुने गए सभी प्रोजेक्ट्स को जून तक समाप्त किया जाना है। इसे ध्यान में रखते हुए फिलहाल 12 चौराहों को ही स्मार्ट बनाये जाने का लक्ष्य रखा गया है। इस कार्य में 20 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च आएगा। स्मार्ट सिटी अधिकारियों का यही प्रयास है कि जून से पहले पहले 12 चौराहों को स्मार्ट बना लिया जाए।

पेपर मिल तिराहे पर बनाए गए टेबल टॉप ब्रेकर को हटाया जाएगा। साथ ही, इस कदम को अन्य किसी भी चौराहे पर फिलहाल इंप्लीमेंट नहीं किया जाएगा। टेबल टॉप ब्रेकर हटाने के बाद वहां पर मेंटीनेंस संबंधी उचित कदम उठाए जाएंगे, ताकि लोगों को जाम की समस्या का सामना न करना पड़े।

-एससी सिंह, जीएम, स्मार्ट सिटी