- 10 से 15 लड़कियों के नाम से फेक प्रोफाइल बनाकर कर रहा था खेल

LUCKNOW: 8वीं फेल विनीत के लैपटॉप से करीब दस हजार लड़कियों का डाटा मिला है। वह 2015 से टीनएजर्स लड़कियों को अपना शिकार बना रहा था। उसने लड़कियों के नाम से 15 फेक प्रोफाइल बनाई थी, जिनके जरिए लड़कियों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जाती थी।

भाई के डाटा से करता था खेल

विनीत लड़कियों को ब्लैकमेल करने के लिए अपने भाई के मोबाइल के डाटा का यूज करता था। पीजीआई निवासी युवती की शिकायत पर साइबर सेल ने जब जांच की तो उसके भाई का नंबर ही उन्हें मिला था। विनीत युवती को वर्ष 2019 से ब्लैकमेल कर पैसे वसूल रहा था। पुलिस ने जब विनीत के भाई को पकड़कर जब पूछताछ की गई तो पता चला कि इस पूरे खेल का खिलाड़ी विनीत है। विनीत के भाईयों के मुताबिक वह उन्हें बताता था कि वह एक नेशनल कंपनी में ऑनलाइन जॉब करता है।

20 हजार की करता था डिमांड

विनीत टारगेट से 20 हजार रुपए की डिमांड करता था। अधिकतर लड़कियां स्टूडेंट थीं, जिस कारण वे विनीत को 2 से 6 हजार रुपए तक दे देती थीं। एक बार पैसे मिलने के बाद विनीत कुछ माह बाद फिर पैसे की डिमांड करता था।

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कैसे बनाता था शिकार

लड़की बनकर सोशल साइट्स पर वह लड़कियों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता था और रिक्वेस्ट स्वीकार होने के बाद वह उनसे चैटिंग करने लगता था। इसके बाद वह लड़की की एफबी आईडी से ओरीजनल फोटो सेव कर फोटो में लिंक जनरेट कर उन्हें भेजता था। लड़की जब इस लिंक पर क्लिक करती तो उससे उसका जीमेल पासवर्ड मांगा जाता। लड़कियां विनीत के कहने पर जैसे ही पासवर्ड डालकर लिंक ओपन करतीं, उनकी एफबी का एक्सेस उसके पास पहुंच जाता। इसके बाद वह उनकी प्रोफाइल पर जाकर प्राइवेट फोटो और चैट को सेव करता या फिर उनका स्क्रीन शॉट लेकर उन्हें ब्लैकमेल करने लगता। कई लड़कियों को उसने फोटो पोर्न साइट पर डालने की धमकी देकर भी पैसे वसूले हैं।

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साइबर सेल ने जारी की गई एडवायजरी

- किसी भी अंजान लिंक को खोलने से बचें

- फ्रेंड रिक्वेस्ट लेते समय बहुत सी सावधानी व सतर्कता रखें

- परिचित की ही फ्रेंड रिक्वेस्ट कंफर्म करने के बाद स्वीकारें

- एफबी व सोशल साइट पर अपनी प्रोफाइल को लॉक रखें

- सोशल साइट पर अपनी प्राइवेट फोटो व वीडियो शेयर न करें

- टीनएजर्स लड़कियां सोशल साइट पर चैट करने से बचें

कोट

आरोपी के पास से मिले डाटा को खंगाला जा रहा है। साइबर फ्राड व ऐसे लोगों से बचने के लिए साइबर क्राइम सेल ने एडवाइजरी जारी की।

विवेक रंजन राय, एसीपी, साइबर क्राइम सेल