लखनऊ (ब्यूरो)। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंड्री एजुकेशन (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स इन दिनों टेंशन में हैं। उनको डर सता रहा है कि कहीं बोर्ड एग्जाम व जेईई मेन्स एग्जाम की डेट्स क्लैश न कर जाएं। अगर सेम डेट पर एग्जाम होता है तो उनके सामने बहुत समस्याएं खड़ी हो जाएंगी। दरअसल, सीबीएसई बोर्ड की ओर से जुलाई में आए नोटिफिकेशन के मुताबिक, सीबीएसई बोर्ड 10वीं व 12वीं का एग्जाम 15 फरवरी से 10 अप्रैल तक कराएगा। वहीं, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने भी एग्जाम का शेड्यूल जारी करते हुए जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम जेईई मेंस सेशन 1 24 जनवरी से 1 फरवरी और सेशन 2 जेईई मेन्स का एग्जाम 1 अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच कराने का शेड्यूल जारी किया है। इस शेड्यूल के बाद स्टूडेंट्स को टेंशन है कि कहीं दोनों एग्जाम डेट क्लैश हुईं, तो सेम डेट पर दो महत्वपूर्ण एग्जाम में स्टूडेंट्स कैसे बैठ सकते हैं। सीबीएसई के अलावा कई स्टेट बोर्ड के एग्जाम की भी तारीखें लगभग एक जैसी हैं।

अलग-अलग होना चाहिए शेड्यूल
जानकीपुरम निवासी अंकित त्रिपाठी का कहना है कि बोर्ड एग्जाम का समय फरवरी से अप्रैल के बीच का होता है। ज्यादातर बोर्ड एग्जाम्स इसी डेट तक आयोजित किए जाते हैं। एनटीए ने भी शेड्यूल जारी किया है, लेकिन उसकी तारीखें नहीं बताई हैं। ऐसे में टेंशन तो होगी ही। बस यह उम्मीद कर रहे हैं कि दोनों एग्जाम की डेट क्लैश न हो जाएं। वहीं, छात्र मोहम्मद अयान का कहना है कि बोर्ड एग्जाम व कॉम्पिटीटिव एग्जाम का शेड्यूल अलग-अलग होना चाहिए। जैसे बोर्ड एग्जाम के बाद जेईई के एग्जाम को शेड्यूल किया जा सकता है, ताकि स्टूडेंट्स की तैयारी डिस्टर्ब न हो और वे दोनों एग्जाम बेहतर तैयारी के साथ दे सकें।