- बिना किसी चर्चा के हंगामे के बीच पास हुआ पुनरीक्षित बजट

- वाडरे में नए निर्माण कार्यो पर फोकस, सफाई व्यवस्था होगी बेहतर

LUCKNOW

ईकोग्रीन, टैक्स सिस्टम और स्कूलों के मेंटीनेंस में खर्च होने वाली वार्ड विकास प्राथमिकता निधि को छोड़कर सदन में न तो सफाई का मुद्दा उठा न ही सीवर सफाई और स्ट्रीट लाइट का। करीब सवा दो घंटे तक चले सदन में बजट पर चर्चा को लेकर जमकर हंगामा हुआ और फिर बजट पास हो गया। जो बजट पास हुआ है, उसमें पार्को और सड़कों के मेंटीनेंस के साथ नए निर्माण कार्यो पर फोकस किया गया है।

हंगामे से शुरुआत

मेयर संयुक्ता भाटिया की अध्यक्षता में नगर निगम में सदन बुलाया गया। जिसमें वित्तीय वर्ष 2020-21 के पुनरीक्षित बजट पर चर्चा कर उसे पास करना था। दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर सदन की शुरुआत हुई। जैसे ही मेयर ने सदन शुरू करने की घोषणा की, कांग्रेस पार्षद गिरीश मिश्रा ने वार्डो में व्याप्त पानी, बिजली, स्ट्रीट लाइट की समस्याओं पर चर्चा के लिए आधे से एक घंटे का समय मांगा लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जिसके बाद विपक्षी पार्षद सदन में जमीन पर बैठ गए। जब बजट पर चर्चा होने का आश्वासन मिला तो वे वापस कुर्सी पर आकर बैठे।

स्कूलों के विकास पर फिर हंगामा

पार्षद राम नरेश रावत ने मुद्दा उठाया कि उनकी वार्ड विकास निधि को बिना उनकी सहमति के स्कूलों के मेंटीनेंस में लगाया जाएगा। इस मुद्दे पर विपक्ष व सत्ता पक्ष के कई पार्षद उनके साथ हो गए और फिर से हंगामे की स्थिति बन गई। पार्षद गिरीश मिश्रा ने कहाकि केंद्रीय, राज्य निधि, स्मार्ट सिटी निधि व अन्य निधियों के माध्यम से वार्डो में जर्जर हालत में पहुंच चुके स्कूलों का मेंटीनेंस कराया जा सकता है। इस पर व्यवस्था दी गई कि पार्षदों की सहमति के आधार पर ही मेंटीनेंस संबंधी फाइलें तैयार कराई जाएगी।

यह बजट हुआ पास

सदन में 20 अरब 50 करोड़ रुपये की आय के सापेक्ष 17 अरब 87 करोड़ रुपये के व्यय का बजट पास हुआ। इसी प्रकार जलकल विभाग का बजट 3 अरब 44 करोड़ 84 लाख रुपये की आय के सापेक्ष 3 अरब 44 करोड़ 56 लाख रुपये के व्यय का बजट बिना किसी चर्चा के पास हुआ।

ईकोग्रीन पर उठे सवाल

पार्षद दिलीप श्रीवास्तव ने ईकोग्रीन की व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए। हालांकि सत्ता और विपक्ष के कई पार्षदों ने ईकोग्रीन की सेवा में आए सुधार का हवाला दिया। पार्षद सै। यावर हुसैन रेशू ने ईकोग्रीन को हाल में ही दी गई नई गाडि़यों की कीमत पर सवाल उठाया। उन्होंने कहाकि पहले जो गाडि़यां खरीदी गईं, वे महंगी थी और अब जो गाडि़यां खरीदी गईं, वो सस्ती कैसे हो गईं। इसकी जांच होनी चाहिए। इस पर नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि प्रक्रिया को सरल कर दूसरी कंपनी से गाडि़यों को मंगाया गया है, इसकी वजह से गाडि़यों के रेट कम हो गए हैं।

बजट के प्रमुख बिंदु

- प्रधान कार्यालय के अधिष्ठान को 30 करोड़ से बढ़ाकर 32 करोड़ रुपये किया गया

- जोनल कार्यालय के अधिष्ठान को बढ़ाकर 15 करोड़ से 18 करोड़ रुपये किया गया

- संयंत्र एवं आकस्मिक व्यय को 13 करोड़ से 15 करोड़ रुपये किया गया

- पेट्रोल डीजल के व्यय को बढ़ाकर 31 करोड़ से 38 करोड़ किया गया

- नए निर्माण कार्य को बढ़ाकर 2 करोड़ रुपये किया गया

- पेंशन पर व्यय को बढ़ाकर 70 से 75 करोड़ रुपये किया गया

- कंप्यूटरीजेशन पर व्यय बढ़ाकर 1 करोड़ 80 लाख से 2 करोड़ 30 लाख तक किया गया।

- जनता पर कोई अन्य नया कर नही लगाया गया।

कमेटी करेगी जांच

सरोजनीनगर प्रथम वार्ड के पार्षद राम नरेश रावत पर नगर निगम द्वारा सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न कर निगम संपत्ति को क्षति पहुंचाने पर दर्ज हुई एफआईआर मामले में कमेटी बनाई जाएगी।

सदन में बजी तालियां

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर मेयर के आवाहन पर ऐसे पांच वैज्ञानिकों को याद कर सदन ने ताली बजाकर आभार जताया, जिन्होंने अपने शोधों से लखनऊ का नाम विश्व मे रौशन किया.इन वैज्ञानिकों में प्रो। बीरबल साहनी, प्रो। कैलाशनाथ कौल, डॉ.पीके सेठ, प्रो। प्रभास पांडे और डॉ। अख्तर हुसैन शामिल रहे।