लखनऊ (ब्यूरो) । वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए निगम प्रशासन को 294 करोड़ हाउस टैक्स वसूली का लक्ष्य दिया गया था। अभी तक 200 करोड़ टैक्स तो वसूल लिया गया है लेकिन अब रफ्तार धीमी हो गई है। जिससे 31 मार्च तक 94 करोड़ टैक्स वसूलना चुनौती समान है।

कोविड और चुनाव बना वजह
राजधानी में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ विधानसभा चुनाव की आचार संहिता भी लग चुकी है। ऐसे में कर निरीक्षकों व अन्य निगम कर्मियों की ड्यूटी चुनाव में लगाई जा रही है। जिससे कर वसूली की रफ्तार सुस्त हो चुकी है। दो दिन पहले टैक्स संबंधी समीक्षा की गई थी, जिसमें टैक्स वसूली में तेजी लाने के निर्देश दिए गए थे।

तय होगी जिम्मेदारी
टैक्स वसूली को लेकर जिम्मेदारी भी तय करने की तैयारी हो रही है। जोनल अधिकारियों के साथ कर निरीक्षकों को निर्देश दिए गए हैैं कि टैक्स वसूली शत प्रतिशत की जाए।

डिमांड नोटिस जारी की जाएगी
निगम प्रशासन की ओर से टैक्स वसूली का लक्ष्य हासिल करने के लिए ऐसे भवन स्वामियों को डिमांड नोटिस जारी की जाएगी, जिन्होंने लंबे समय से टैक्स जमा नहीं किया है। जिन भवन स्वामियों पर 50 हजार से अधिक टैक्स बाकी है, उन्हें कॉल करने के साथ एसएमएस भी भेजा जाएगा। वहीं दूसरी तरफ डोर टू डोर नॉकिंग संबंधी कदम भी उठाए जाने की तैयारी की जा रही है। निगम प्रशासन ने भवन स्वामियों से अपील की है कि अगर हाउस टैक्स बाकी है, तो तुरंत उसे जमा करा दें।


ये समस्या आ सकती है
1- डीजल संबंधी संकट
2- वेतन संबंधी संकट
3- विकास से जुड़े कार्य