3.30 बजे बदमाशों ने धावा बोला

3.50 बजे युवती ने मदद के लिए पुलिस को फोन लगाया

4.00 बजे 112 नंबर न लगने पर तेलीबाग के चचेरे भाई को किया कॉल

4.15 बजे भाई ऋषभ ने किया पुलिस को कॉल

5.00 बजे के बाद 112 पीआरवी मौके पर पहुंची

6 बजे बजे इंदिरानगर व चिनहट पुलिस मौके पर पहुंची

6.10 बजे घायल महिला को मेडिकल के लिए लोहिया ले जाया गया

6 से 9 बजे तक इंदिरानगर व चिनहट पुलिस सीमा तय करती रही

1 बजे दोपहर चिनहट पुलिस ने लूट की एफआईआर दर्ज की

- बदमाशों ने सूर्या विहार कॉलोनी के एक मकान में बोला धावा

- विरोध करने पर महिला के सिर पर डंडे से वारकर किया घायल

- कई घंटे सीमा विवाद में फंसी रही पुलिस, डकैती का केस लूट में किया दर्ज

LUCKNOW: रात 3.30 बजे एक सुनसान मकान में बुजुर्ग महिला, युवती और बीमार व लाचार भाई की अचानक नींद टूट गई। मकान में तेज आवाज में गेट तोड़ने की आवाज और फिर चार से पांच की संख्या में मेन गेट तोड़कर बदमाश मकान के अंदर दाखिल हो गए। कमरे के बाहर बदमाश और कमरे के अंदर मां-बेटी व लाचार भाई की चीख पुकार ने रात के सन्नाटे को चीर दिया। बेटी ने मदद के लिए मोबाइल उठाया और एक दो, तीन नहीं बल्कि कई बार पुलिस को कॉल की, लेकिन कॉल का रिस्पांस नहीं मिला। युवती ने तीस किमी दूर तेलीबाग में अपने चचेरे भाई को फोन कर मदद मांगी। बुजुर्ग महिला, बेटी और भाई की चीख पुकार सुनकर आस-पास के लोग मदद के लिए पहुंच गए, लेकिन पुलिस नहीं पहुंच सकी। करीब डेढ़ घंटे बाद पहुंची भी तो सीमा विवाद में ऐसी उलझी की न तो पीडि़तों के दर्द को समझ सकी और न ही उनके खौफ को खत्म कर सकी।

डंडे से वार कर किया घायल

नौबस्ता सूर्या विहार फेस टू निवासी मिथलेश तिवारी के घर शनिवार तड़के बदमाश घर की बाउंड्रीवॉल फांद कर घुस आए। मिथलेश के मुताबिक पति ओम प्रकाश की मौत के बाद घर में बेटी व बेटों के साथ रहती हैं। भोर पहर घर के दरवाजे पर दस्तक होने पर बेटी प्रियंका जाग गई। उसने बदमाशों को दरवाजा तोड़ते देख शोर मचाया, जिसके बाद दोनों मिलकर दरवाजा अंदर से बंद करने का प्रयास करती रहीं। बदमाशों के आगे मां बेटी दीवार की तरह हिम्मत के साथ खड़ी रहीं। घटना को अंजाम न दे पाने पर एक बदमाश ने डंडे से हमला कर दिया, जिससे बुजुर्ग मिथलेश तिवारी के हाथ व सिर पर चोट आई और वह खून से लथपथ हो गई।

चीख पुकार सुन पहुंचे लोग

चीख पुकार से पड़ोसियों के एकत्र होने पर बदमाश भाग निकले। बेटे आकाश ने बताया कि बदमाशों की संख्या चार से पांच रही होगी। चार बदमाशों को घर में दाखिल होते हुए बहन प्रियंका ने खिड़की से देखा था। घर के बाहर कितने लोग थे इसकी जानकारी नहीं है। बदमाशों ने लूटपाट के इरादे से घर पर हमला बोला था। लोगों के जाग जाने पर पकड़े जाने के डर से भाग निकले। बदमाशों का इरादा काफी खतरनाक था और वह वारदात को अंजाम देने का विरोध करने पर कुछ भी कर सकते थे।

पुलिस को कॉल करते रहे पर नहीं पहुंची

आकाश ने बताया कि पिता की मौत के बाद उसे मृत आश्रित कोटे में डाक विभाग में नौकरी मिली है। उसकी गोंडा में ट्रेनिंग चल रही है। वारदात के दिन वह अपनी बहन के साथ गोंडा में था जबकि मां बहन व एक छोटा भाई बीमार है और चलने फिरने में भी लाचार है। तीनों घर पर अकेले मौजूद थे। बदमाशों के घर में दाखिल होने पर बहन प्रियंका ने मदद के लिए पुलिस को कई बार कॉल की, लेकिन फोन नहीं लगा। इसके बाद उसने तेलीबाग निवासी ताऊ के बेटे ऋषभ को करीब 4.15 बजे कॉल की। ऋषभ ने अपने फोन से 112 पर कॉल की, लेकिन पुलिस तब भी मदद के लिए नहीं पहुंच सकी। आस-पास के लोगों के आने पर बदमाश मौके से भाग निकले। इसके बाद सुबह करीब 5 बजे 112 पीआरवी गाड़ी मौके पर पहुंची। उसके कुछ देर बाद इंदिरानगर व चिनहट पुलिस मौके पर पहुंची। घायल मां मिथलेश तिवारी को पुलिस जीप से लोहिया हॉस्पिटल पहुंचाया गया।

सीमा विवाद में फंसी पुलिस

आकाश का आरोप है कि पुलिस कार्रवाई करने की जगह सीमा विवाद में उलझी रही। चिनहट और इंदिरानगर पुलिस एक दूसरे के क्षेत्र की घटना बताकर इधर-उधर दौड़ाती रही। दोपहर तक दोनों थानेदार यह तय नहीं कर सके कि घटना स्थल किसके यहां हैं जबकि पुलिस को घर की रजिस्ट्री से लेकर अन्य परिचय पत्र तक दिखा दिए। चिनहट इंस्पेक्टर घनश्याम मणि त्रिपाठी के मुताबिक मामला इंदिरा नगर थाना क्षेत्र का है। वहीं इंदिरानगर इंस्पेक्टर रामफल प्रजापति के मुताबिक घटना स्थल चिनहट थाना क्षेत्र का है। जो थाने की तकरोही चौकी से पांच सौ मीटर दूरी पर है। यदि चिनहट पुलिस मामला दर्ज नहीं करेगी तो मामला दर्ज किया जाएगा।

डकैती का मुकदमा लूट में दर्ज

काफी नाप तौल और डॉक्यूमेंट्स देखने के बाद चिनहट पुलिस ने तय किया कि घटना स्थल चिहनट थाना क्षेत्र का है। हालांकि मामले में उच्चाधिकारियों को भी हस्तक्षेप करना पड़ा। इसके बाद चिनहट पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली, लेकिन तहरीर पर घर में दाखिल हुए चार बदमाशों को दिखाकर लूट में मुकदमा दर्ज किया। हालांकि परिवार का कहना है कि बदमाशों की संख्या चार से ज्यादा थी।

कोट-

घटनास्थल चिनहट व इंदिरानगर थाना क्षेत्र का बार्डर है। इसके चलते दोनों थानों की पुलिस को कंफ्यूजन हुई। हालांकि चिनहट थाने में पीडि़त की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।

संजीव सुमन, डीसीपी पूर्वी