- लूटपाट का विरोध करने पर पुजारी की पत्‍‌नी की गला दबाकर हत्या

- पुजारी की पत्‍‌नी अंदर अकेले थी, ज्वैलरी और कैश गायब

LUCKNOW:

बंथरा के बेती गांव में नागेश्वरनाथ मंदिर परिसर में बने कमरे में पुजारी के कमरे में रविवार देर रात बदमाश सेंध लगाकर दाखिल हुए और लूटपाट का विरोध करने पर उन्होंने पुजारी की पत्‍‌नी की गला दबाकर हत्या कर दी। इस दौरान पुजारी कमरे के बाहर सो रहा था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

दीवार में लगाई सेंध

बेती गांव निवासी दीप नारायण गांव के नागेश्वर मंदिर में पुजारी हैं और पत्‍‌नी दीपिका संग वहीं बने मकान में रहते हैं। रविवार रात दीप नारायण कमरे के बाहर सो रहे थे, जबकि पत्‍‌नी दीपिका कमरे में सो रही थी। सोमवार सुबह जब आवाज देने के बाद भी दीपिका ने दरवाजा नहीं खोला तो दीप नारायण ने धक्का देकर किसी तरह दरवाजा खोला और अंदर गए। वहां बिस्तर पर पत्‍‌नी का शव पड़ा था और कमरे के पीछे के हिस्से की दीवार में सेंध लगाई गई थी।

लूटपाट के विरोध पर हत्या

पुजारी की सूचना पर वहां बंथरा पुलिस के साथ एडीसीपी व पुलिस के अन्य अधिकारी पहुंचे। जांच मेंकमरे में रखे चांदी के जेवर गायब मिले। पुलिस के अनुसार लूटपाट के विरोध पर ही पुजारी की पत्‍‌नी की हत्या की गई है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि दीपिका ने बदमाशों को पहचान लिया था, तभी उसकी हत्या कर दी गई है।

पुजारी ने की हैं दो शादियां

पुजारी दीप नारायण ने दो शादी की हैं। वह दोनों पत्‍ि‌नयों दीपिका व कुसुम के साथ मंदिर परिसर में रहते थे। रविवार रात दीपिका कमरे में सोने चली गई जबकि कुसुम चार बच्चे के साथ हनुमान मंदिर परिसर के चबूतरे में सो रही थी। एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा के अनुसार फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाकर जांच कराई गई हैं। बदमाश कितने थे यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।

इन सवालों का नहीं मिला जवाब

- दीपिका की गला दबाकर हत्या की गई लेकिन विरोध के कोई निशान नहीं मिले।

- लूटपाट की भी पूरी तरह अभी पुष्टि नहीं हो रही है।

- दीवार में सेंध लगाने के दौरान दीपिका जागी क्यों नहीं।

- पुजारी के धक्का देने से ही दरवाजा खुल गया, क्या दरवाजा अंदर से बंद नहीं था।