लखनऊ (ब्यूरो) ।अमृता विश्व विद्यापीठम के एकेडमिक मैनेजर और काउंसलर डॉ। शौर्य कटप्पा ने इस सेशन को मॉडिरेट किया। उन्होंने सभी गेस्ट के साथ मिलकर यह जानने का प्रयास किया कि आंतरिक और व्यावहारिक बदलावों के साथ किस तरह से क्या-क्या परिवर्तन स्कूलों में किए जा सकते हैं, जिससे स्टूडेंट्स के साथ-साथ संस्थान भी आगे बढ़ सकें। डॉ शौर्य कटप्पा ने ब्रेन स्टार्मिंग सेशन में प्रिंसिपल्स को अपना लक्ष्य हासिल करने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने मजेदार गेम्स के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया कि आपसी सामंजस्य से कैसे लक्ष्य तक पहुंचना आसान हो जाता है।
अवेयरनेस और अप्रोच जरूरी
सेमिनार के दौरान प्रिंसिपल्स, टीचर्स, मैनेजर्स व को-आर्डिनेटर्स द्वारा यह बताने की कोशिश की गई कि बच्चों को प्रभावित करने से लेकर खुद के अनुभवों को शेयर करना, लीडर की तरह खुद को पेश करना, कोर्स के फायदों के बारे में बताना और खुद के साथ बच्चों में भी उत्सुकता पैदा करना बेहद जरूरी है। सेमिनार की सबसे खास बात यह रही कि किसी निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए इंट्रेस्टिंग एक्टिविटी का भी सहारा लिया गया।


टॉप मैनेजमेंट और टीचर्स के बीच का गैप कम करने की जरूरत है। अगर सभी मिलकर काम करेंगे तो स्टूडेंट्स को बेहतर करियर आप्शन चुनने में मदद मिलेगी।
अनुराग दीक्षित, प्रिंसिपल, बीएसएनवी

सेशन से जाने को मिला की स्टूडेंट्स का सेफ फ्यूचर बनाने में कैसे काम किया जाए और उन्हें लक्ष्य तक कैसे ले जाया जाए। बच्चों को इससे बेहतर करियर आप्शन मिलेगा।
डॉ एके शुक्ला, प्रिंसिपल, बाल निकुंज

स्टूडेंट्स अपना करियर किस दिशा में कैसे ले जाएं, आज के दौर में यह जानना जरूरी है। सेमिनार में जो टिप्स दिए गए हैं वे बच्चों के बेहद काम आएंगे।
उषेशी घोष, प्रिंसिपल, एपी सेन गल्र्स इंटर कॉलेज

करियर पाथवे सेमिनार रोचक जानकारियों से भरपूर रहा। जिससे काफी कुछ नया जानने और समझने को मिला है। करियर के बारे में सही गाइडेंस देना बेहद जरूरी है।
उजमा सिद्दकी, प्रिंसिपल, करामत हुसैन गल्र्स इंटर कॉलेज

इस तरह के प्रोग्राम से हम लोगों के साथ स्टूडेंट्स को भी फायदा मिलता है। स्पीकर ने कैसे खुद के माध्यम से बेहतर करें इसके बारे में काफी अच्छी जानकारी दी है।
लखबीर चावला, पिं्रसिपल, आरके सीनियर सेकेंड्री स्कूल

काफी अच्छी एक्टिविटी रही है। कई टिप्स टीचर्स को बताए गए हैं, ताकि वे उन सुझावों को खुद में उतार सकें और बच्चों का भला कर सकें।
विरेंद्र बहादुर सिंह, मैनेजर सीएफ, एंड्रूज हाईस्कूल

अपने स्टूडेंट्स के साथ टीचर्स का बर्ताव कैसा है यह बहुत मायने रखता है। ऐसे में अपने बर्ताव को बेहतर करना चाहिए ताकि जो झिझक है उसके खत्म किया जा सके।
योगेंद्र सचान, मैनेजर, क्रिएटिव कॉन्वेंट

मीट सेशन में पता चला की अगर टीचर्स बच्चों से अच्छा व्यवहार करेंगे तो बच्चा बेहतरीन काम करेगा। उसका डर दूर होगा और वो फोकस करके करियर की ओर बढ़ सकेगा।
शकील अहमद, प्रिंसिपल, सुन्नी इंटर कॉलेज

इसे सेशन के माध्यम से बच्चों का फ्यूचर कैसे सिक्योर किया जाए, इसके बारे में काफी नया जानने को मिला। यह हम लोगों के काम आएगा।
फराह काजमी, प्रिंसिपल, पॉयनियर मॉटेसरी स्कूल, जानकीपुरम

टीचर्स को पॉजिटिव अप्रोच के साथ बच्चों की मदद करनी चाहिए, ताकि सही गाइडेंस मिलने से बच्चे ठीक से अपने करियर का चुनाव कर सकें।
मोहिनी सिंह, पिं्रसिपल, सैम लखनऊ पब्लिक इंटर कॉलेज

सेमिनार से पता चला कि कैसे खुद में बदलाव लाकर हम अपने बच्चों को बेहतर भविष्य दे सकते हैं। इसके लिए अपने अनुभवों को साझा करने की भी जरूरत है।
डॉ लीना मिश्रा, प्रिंसिपल, बालिका विद्यालय इंटर कॉलेज

सेमिनार में बहुत कुछ नया और अनूठा जानने को मिला है। जिसका फायदा निश्चित रूप से बच्चों को ही मिलेगा क्योंकि हम लोग बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए काम करते हैं।
नाजिश अता, वाइस प्रिंसिपल, अहलहुदा मॉडल स्कूल

सेमिनार का एक्सपीरियंस अच्छा था। गेम के माध्यम से जानने को मिला कि करियर बनाने के लिए लक्ष्य का सामने होना कितना जरूरी है, तभी करियर में कामयाबी मिलेगी।
विनोद रत्रा, मैनेजर, सेंट मीराज

खुद के साथ संस्थान को आगे बढ़ाने के लिए एक उदाहरण सेट करना होगा, तभी आप खुद के साथ दूसरों को भी मोटिवेट कर सकते हंै।
डॉ वीके साहू, शिया कॉलेज

आज का यह सेशन बहुत ही अच्छा रहा है। यहां हमें जो कुछ भी सीखने को मिला है, उसका खुद के साथ दूसरों को भी काफी फायदा निश्चित रूप से मिलेगा।
स्वाति मालवीय, जयपुरिया स्कूल

सेमिनार में बड़े ही रोचक ढंग से बहुत कुछ सीखने को मिला है। जिसका फायदा स्टूडेंट्स को भी मिलेगा। इस तरह के इवेंट काफी जानकारी देने वाले होते हैं।
डॉ एसबी यादव, शिया कॉलेज

इस सेशन से पता चला कि साथ मिलकर काम करने से सब कुछ अच्छा होता जाता है। जिसका फायदा संस्थान के साथ वहां पढऩे वाले बच्चों को भी मिलता है।
आशुतोष मिश्रा, बीएसएनवी

अगर पहले खुद अच्छे से चीजों को समझा जाए तो दूसरों को समझाने में आसानी होती है। सेमिनार में यही बात बड़ी आसानी से समझायी गई। यह सभी के लिए जरूरी है।
छाया शुक्ला, राजकीय हुसैनाबाद इंटर कॉलेज

बच्चों को सेंटर में रखकर काम करना चाहिए। इसके लिए खुद से बदलाव की शुरुआत करनी होगी। इस सेशन के माध्यम से मिली जानकारी बच्चों के काम आएगी।
सत्य शंकर मिश्रा, गवर्नमेंट जुबिली इंटर कॉलेज

यह सेमिनार बिल्कुल ही अलग तरीके का था। गेम्स के बहाने हमें काफी कुछ नया सीखने को मिला है। हम इसे टीचर्स से शेयर करेंगे, ताकि बच्चों को फायदा मिले।
अनिल कुमार शुक्ला, महाराज अग्रसेन पब्लिक स्कूल

सेमिनार में गेम्स के माध्यम से बताया कि कैसे टीम में काम करके आप आसानी से अपना लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। यहां आकर कई नई जानकारियां मिली हैं।
रीना पांडे, बाल निकुंज

बच्चा अपने करियर के बारे में काफी सोचता है। अगर उसे स्किल की पहचान करके दिशा दी जाए तो वो बहुत कुछ कर सकता है। इसके लिए सकारात्मक माहौल जरूरी है।
श्याम वर्मा, बाल निकुंज

एक्सपर्ट ने काफी रोचक ढंग से उन बातों को रखा जिनको हम कई बार भूल जाते हैं, जबकि ये बच्चों का भविष्य बनाने के लिए जरूरी हैं। सेमिनार में कई नई चीजें सामने आईं।
संजय वाही, सैम लखनऊ पब्लिक इंटर कॉलेज