- करीब डेढ़ दशक के बाद राजधानी में बड़ी संख्या में कालरा के मरीज मिले

LUCKNOW: राजधानी में करीब दो दशकों के बाद कालरा के इतने मरीज एक ही इलाके से सामने आये हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कालरा के हर साल एक या दो ही मरीज सामने आते थे, लेकिन किसी एक इलाके से इतनी बड़ी संख्या में मरीज करीब 15 वर्षो के बाद ही मिले हैं। हालांकि स्थिति अब पूरी तरह से कंट्रोल में है। बालू अड्डा में बीते पांच दिनों से जारी कालरा का प्रकोप शनिवार को कम हुआ है। यहां महज तीन ही मरीज जांच के दौरान मिले है। वहीं राहत की बात यह है कि कोई भी नया मरीज भर्ती नहीं कराया गया।

17 टीमें कर रही सर्विलांस का काम

बालू अड्डा में कालरा के प्रकोप के कारण अब तक दो बच्चों की मौत समेत 250 से अधिक लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। मौजूदा समय में 15 मरीज ही सिविल अस्पताल में भर्ती हैं। शनिवार को बालू अड्डा पीएचसी की ओपीडी में तीन नए मरीज पहुंचे। इन्हें चिकित्सीय उपचार के बाद घर भेज दिया गया। सीएमओ डॉ। मनोज अग्रवाल ने बताया कि बीमारी को देखते हुए बालू अड्डा से एक किलोमीटर के दायरे में घर-घर जाकर सर्विलांस का काम किया जायेगा। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की 17 टीमें लगाई गई हैं। ये हर घर में सभी सदस्यों की सेहत की जानकारी लेने के साथ ही कोरोना जांच भी करेंगी। अगर कोई गंभीर मरीज मिलता है तो तत्काल उसे भर्ती कराया जायेगा।

फिलहाल स्थिति कंट्रोल में

सीएमओ के मुताबिक बालू अड्डा में 24 घंटे पीएचसी संचालित की जा रही है। मरीजों का फ्री में इलाज कराया जाएगा। सभी जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के साथ एंबुलेंस लगाई गई हैं। ताकि जरूरतमंद मरीजों को सिविल अस्पताल में शिफ्ट कराया जा सके। इसके अलावा आशा व एएनएम पूरे इलाके के लोगों को जागरुक किया जा रहा है। कालरा व डायरिया से बचाव के तरीके बताए जा रहे हैं। फिलहाल स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है।