- केजीएमयू में आयोजित दो दिवसीय सेमिनार का समापन

LUCKNOW: केजीएमयू में चल रही दो दिवसीय यूपीऐएसआईकोन का समापन रविवार को हो गया। अंतिम दिन विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के पीजी स्टूडेंट्स ने 10 केस हिस्ट्री प्रदर्शित कीं और 137 छात्रों ने रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए।

वर्चुअली जोड़ सकते हैं

यूपीऐएसआईकोन में पहली बार इतने बड़े स्तर पर पीजी मेडिकल स्टूडेंट्स ऑनलाइन माध्यम से जुड़े। ऐसे में एक्सपर्ट ने एमबीबीएस और एमएस की स्टडी में इंप्रूवमेंट के लिए इसे एक बेहतरीन मॉडल बताया। उन्होंने कहा कि यह उन कॉलेजों के लिए मददगार साबित होगी जहां फैकेल्टी की कमी है। कार्यक्रम के दौरान आगे सभी मेडिकल कॉलेजों को वर्चुअली जोड़ने पर भी जोर दिया गया।

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तुरंत बंद कर दें स्मोकिंग

सेमिनार के दौरान बरेली मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स ने बर्गर्स सिंड्रोम पर केस स्टडी प्रस्तुत की। यह बीमारी स्मोकर्स में पाई जाती है। इसमें पैरों की उंगली काली पड़ने के साथ सूख जाती है और कई बार इसे काटना भी पड़ता है। अभी इसका कोई सटीक इलाज नहीं है। ऐसे में स्मोकिंग बंद करना ही इसका इलाज है। वहीं केजीएमयू के स्टूडेंट्स ने गर्दन में गिल्टियां निकलने की समस्या को नजरअंदाज न करने की सलाह दी क्योंकि यह मुंह का कैंसर भी हो सकता है। जिसका बड़ा कारण गुटखा खाने की आदत है। ऐसे में गर्दन में कहीं गिल्टियां दिखें तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।