लखनऊ (ब्यूरो)। बहराइच के कैसरगंज के निंदीपुर गांव में रहने वाले मेराज दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं। बुधवार रात मेराज ने अपने आठ साल के बेटे शादाब, पांच साल की बेटी जायरा, पत्नी साहिबा और साली यासमीन को बहराइच जाने के लिए दिल्ली से निजी बस में बैठाया। साहिबा और यासमीन अपनी बीमार मां रुकैना को देखने बहराइच जा रही थीं। गुरुवार सुबह हादसे मेें मासूम जायरा व साहिबा की मौके पर ही मौत हो गई और यासमीन की ट्रॉमा सेंटर में मौत हुई है। वहीं शादाब बुरी तरह घायल है।

पति को खो दिया

बहराइच के कैसरगंज के पट्टी निवासी अनीसुर्रहमान भी दिल्ली में रहकर नौकरी करते थे। बुधवार रात वह पत्नी के साथ बहराइच आने के लिए दिल्ली से निजी बस में सवार हुए। इस हादसे में अनीसुर्रहमान की जान चली गई। पत्नी इतर भी घायल है।

चार घायलों की हालत गंभीर

बाराबंकी हादसे में घायल यासमीन, शादाब (8), इतर (38), मनीष (24), चंदो (54), सदिल (28), विशाल पांडेय (20), प्रवेश (22), कादिर (18), लक्ष्मण (27), वाहिद (27) व उमैर (10) को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। इनमें यासमीन ने कुछ देर बाद ही दम तोड़ दिया था। ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टरों के मुताबिक शादाब, मनीष मिश्र, चंदो व सदिल की हालत गंभीर बनी हुई है।