लखनऊ (ब्यूरो)। एसीपी सेंट्रल राघवेंद्र मिश्रा के मुताबिक सिपाही मनोज कुमार मौर्या बलरामपुर का रहने वाला है। वह पीएसी 30 बटालियन में तैनात है। करीब 20 दिन से वह न्यायाधीश के घर के बाहर गार्द ड्यूटी में तैनात था। करीब 4 बजे वह ड्यूटी पर पहरा दे रहा था। तभी उसकी सेल्फ लोडिंग राइफल गिर गई और मैगजीन बाहर निकल गई। सिपाही रायफल उठाकर मैगजीन लगाने लगा। तभी उसकी उंगली ट्रिगर पर पड़ गई और फायर हो गया। गोली मनोज के गर्दन को छेदते हुए पार हो गई। गोली की आवाज सुनते ही गार्द में मौजूद अन्य सिपाही वहां पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। गौतमपल्ली इंस्पेक्टर घायल को सिविल लाए, जहां से उसे ट्रॉमा रेफर कर दिया गया। सिपाही की हालत गंभीर बताई जा रही है।

नींद में होने की आशंका

एसीपी ने बताया कि गार्द ड्यूटी तीन-तीन घंटे की शिफ्ट में लगती है। मनोज रात एक बजे से चार की ड्यूटी पर था। ड्यूटी छूटने से कुछ देर पहले ही हादसा हो गया। सिपाही के घर वालों को सूचना दे दी गई है। गोली लगने के बाद सिपाही मनोज होश में था। उसने अपने बयान में बताया है कि राइफल हाथ से छूटकर गिर गई, जिससे गोली चल गई।

20 फरवरी को है शादी

उतरौला से लखनऊ पहुंचे मनोज के पिता साधू शरण ने बताया कि 20 फरवरी को मनोज की शादी है। खुशी के माहौल में बेटे को गोली लगने की जानकारी मिलते ही मातम छा गया। उधर घटना की जानकारी मिलते ही पीएसी हेडक्वार्टर सीतापुर से अधिकारियों की टीम जांच करने पहुंची। एसीपी अरविंद कुमार ने बताया कि 2018 बैच का सिपाही मनोज बेहद हसमुख मिजाज का है। गोली कैसे चली इसकी जानकारी के लिए रायफल की जांच कराई जा रही है।