21 कुल मेट्रो स्टेशंस राजधानी में

4 अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशंस

7 मिनट दो ट्रेनों के बीच का अंतराल

30 हजार लोग मेट्रो में कर रहे सफर

- कम भीड़ वाले स्टेशंस पर दस सेकंड और भीड़ वाले स्टेशंस पर तीस सेकंड का रहेगा स्टॉपेज

- कोरोना काल में पैसेंजर्स को उनकी मंजिल तक जल्द पहुंचाने के लिए उठाया गया कदम

LUCKNOWकोरोना काल में एक तरफ जहां मेट्रो प्रशासन की ओर से स्टेशंस और मेट्रो में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, वहीं दूसरी तरफ पैसेंजर्स को कम से कम समय में उनकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए भी ऑटोमैटिक टाइमिंग संबंधी कदम उठाया गया है। जिससे कहीं न कहीं पैसेंजर्स का खासा समय बच रहा है।

उठाया गया कदम

मेट्रो प्रशासन की ओर से स्टेशंस पर मौजूद पैसेंजर्स की भीड़ के हिसाब से मेट्रो के स्टॉपेज संबंधी कदम उठाया गया है। इसका मतलब यह है कि पैसेंजर्स की भीड़ के हिसाब से मेट्रो अपने स्टेशंस पर रुक रही है।

यह रहेगी टाइमिंग

सूत्रों की माने तो जिस मेट्रो स्टेशंस पर पैसेंजर्स की भीड़ अधिक रहेगी, वहां पर मेट्रो का स्टॉपेज करीब 30 सेकंड तक रहेगा, वहीं जिन स्टेशंस पर भीड़ कम रहेगी या न के बराबर रहेगी, उस स्टेशन में मेट्रो सिर्फ दस सेकंड ही रुकेगी। जिससे मेट्रो में सवार पैसेंजर्स का समय न खराब हो और वे कम समय में अपनी मंजिल तक पहुंच सकें। वहीं यह भी स्पष्ट है कि अगर किसी छोटे मेट्रो स्टेशन पर पैसेंजर्स की संख्या ज्यादा रहती है तो मेट्रो के स्टॉपेज की टाइमिंग को बढ़ाया भी जा सकता है।

40 सेकंड का स्टॉपेज

वैसे तो मेट्रो का सभी स्टेशंस पर नॉर्मल स्टॉपेज 40 सेकंड के आसपास रहता है लेकिन कोविड काल में पैसेंजर्स को बेहतर सुविधा देने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है।

यह हैं छोटे मेट्रो स्टेशंस

मवैया, दुर्गापुरी, अमौसी, आईटी, केडी सिंह, लेखराज इत्यादि

यह हैं बड़े मेट्रो स्टेशंस

एयरपोर्ट, टीपीनगर, चारबाग, हजरतगंज, इंदिरानगर, विश्वविद्यालय, मुंशी पुलिया इत्यादि

------------