लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के प्रमुख चौराहों के आसपास जल्द ही रेड लाइन मार्किंग नजर आएगी साथ ही कई ऐसे भी चौराहे दिखेंगे, जहां डक्ट को कवर करके वॉक-वे डेवलप किया जाएगा। जिसका सीधा फायदा पब्लिक को मिलेगा। इस बाबत मंडलायुक्त डॉ। रोशन जैकब की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैैं।

दुबग्गा चौराहे से शुरुआत

जो कार्ययोजना तैयार की गई है, उसमें मुख्य रूप से उन चौराहों को शामिल किया गया है, जहां ट्रैफिक व्हीकल लोड अधिक रहता है। इसमें मुख्य रूप से दुबग्गा चौराहा, आलमबाग चौराहा, अलीगंज, खुर्रमनगर, पॉलीटेक्निक इत्यादि चौराहे शामिल हैं। यहां पर रेड लाइन मार्किंग के साथ ही डक्ट को कवर करके वॉक-वे के रूप में डेवलप किया जाना है। सबसे पहले दुबग्गा चौराहे को कार्ययोजना में कवर किया जा रहा है। इसके बाद एक-एक करके अन्य चौराहों पर उक्त कार्य कराया जाएगा।

ये होंगे फायदे

1-रेड लाइन मार्किंग-चौराहों के आसपास रेड लाइन मार्किंग होने से बेतरतीब ढंग से वाहन नहीं खड़े हो सकेंगे। यह कदम मुख्य रूप से ऑटो-टेंपो के लिए उठाया जा रहा है। यहां पर सिर्फ पिक एंड ड्रॉप की व्यवस्था प्रभावी रहेगी। नियमित रूप से इसकी मॉनीटरिंग होगी और इसे कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से भी इंटीग्रेट किए जाने की तैयारी है। जिससे ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहनों पर आसानी से नजर रखी जा सकेगी।

2-वॉक-वे डेवलपमेंट-कई चौराहों के आसपास डक्ट बनाए गए हैैं। अब इनको वॉक-वे के रूप में डेवलप करने की तैयारी है। सबसे पहले दुबग्गा चौराहे पर ये काम होगा, फिर उसी तर्ज पर अन्य चौराहों पर कदम उठाए जाएंगे।

3-स्पीड लिमिट टेबल-चौराहे पर स्पीड लिमिट टेबल भी लगाए जाने का काम किया जा रहा है। जिससे यहां से गुजरने वाले लोगों को स्पीड लिमिट की जानकारी मिल सके। वहीं, कई प्रमुख मार्ग पर भी स्पीड लिमिट टेबल लगाने की तैयारी हो रही है। जिससे वाहनों की रफ्तार लिमिट में रहे और हादसों पर रोक लगाई जा सके। दरअसल, ज्यादातर वाहन सवारों को स्पीड लिमिट की जानकारी नहीं होती है, इसकी वजह से हादसों का ग्राफ तेजी से बढ़ता है।

मंडलायुक्त ने खुद देखी स्थिति

मंडलायुक्त डॉ। रोशन जैकब ने बुधवार सुबह दुबग्गा चौराहा एवं चारबाग चौराहे का निरीक्षण किया। उन्होंने चौराहों के चौड़ीकरण एवं सौंदर्यीकरण के लिए कराए जा रहे कार्यों की स्थिति देखी। मंडलायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि दुबग्गा चौराहे पर रेड लाइन मार्किंग 100 मीटर पर कर दी जाए और यह भी सुनिश्चित किया जाए की रेड मार्किंग के अंदर टेंपो टैक्सी रुके। ऐसा न करने पर दंडित करते हुए जुर्माना लगाया जाए। चौराहे पर बने डक्ट को लोक निर्माण विभाग द्वारा स्टोन लगवाकर वॉक-वे की तरह विकसित कर दिया जाए, जिससे उसकी उपयोगिता हो सके।

स्पीड लिमिट टेबल का काम

पीडब्ल्यूडी के संबंधित अधिकारियों द्वारा मंडलायुक्त को अवगत कराया गया कि चौराहे पर साइन बोर्ड, स्पीड लिमिट टेबल इत्यादि का कार्य करा लिया गया है। मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि सीतापुर बाईपास थाने के सामने वेंडिंग जोन स्थापित किया जाए साथ ही अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने चारबाग चौराहे का भी निरीक्षण किया। संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि वेंडिंग जोन में वेंडरों की नंबरिंग, आई कार्ड एवं वेंडिंग बोर्ड लगाकर व्यवस्थित रूप से संचालन कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि चारबाग बस स्टैंड के बाहर बस न खड़े होने पाए, इससे ट्रैफिक बाधित होता है। उन्होंने चेतावनी दी कि बस इधर-उधर खड़ी मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करते हुए वेतन कटौती की जाएगी। मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि समयबद्ध तरीके से सभी कार्य पूरे किए जाएं, जिससे जनता को राहत मिल सके।

लंबे समय से कवायद

पिछले लंबे समय से उक्त योजनाओं को इंप्लीमेंट करने की कवायद की जा रही थी, जिसे अब मूर्त रूप देने का काम शुरू कर दिया गया है। उक्त कदमों को उठाए जाने से एक तरफ तो पैदल चलने वाले लोगों को राहत मिलेगी साथ ही चौराहों पर व्हीकल लोड भी खासा कम हो जाएगा। जिससे यहां से गुजरने वाले वाहन सवारों को जाम रूपी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। प्रयास यही है कि दो से तीन माह के अंदर सभी चौराहों पर उक्त सुविधाएं डेवलप कर दी जाएं।