- आलमबाग निवासी सोमनाथ पांच साल से मलिन बस्तियों में जाकर बच्चों को कर रहे शिक्षित

- खुद ही किताबे भी देते, हर दिन शाम को बस्तियों में एक घंटे की क्लास लगाते

LUCKNOW आलमबाग के सोमनाथ मलिन बस्तियों में जाकर न सिर्फ बच्चों को शिक्षित बना रहे हैं बल्कि उनका एडमिशन भी सरकारी स्कूलों में करा रहे हैं, जिससे बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके और वे सफलता की ऊंचाईयों तक पहुंच सकें।

पांच साल से कर रहे शिक्षित

पिछले पांच साल से सोमनाथ आलमबाग स्थित तीन मलिन बस्तियों में जाकर छोटे बच्चों को क, ख, ग सीखा रहे हैं। वह अपनी टीम के साथ बस्तियों में जाते हैं और प्रॉपर क्लास लगाते हैं। इसके लिए बस्तियों में जगह भी चिन्हित है। हर दिन शाम को एक घंटे की क्लास होती है। हालांकि कोरोना के चलते इस समय क्लासेस बंद चल रही हैं।

240 बच्चों का एडमिशन

प्राथमिक शिक्षा की कंपलीट जानकारी देने के बाद उनका एडमिशन सरकारी स्कूलों में करा दिया जाता है। अभी तक की बात की जाए तो करीब 240 बच्चों का एडमिशन स्कूलों में कराया जा चुका है। स्कूलों में एडमिशन कराने के बाद सोमनाथ की ओर से स्कूलों से बच्चों की एजुकेशन को लेकर लगातार फीडबैक भी लिया जाता है।

पेरेंट्स ने दिया साथ

सोमनाथ का कहना है कि पहले तो मलिन बस्तियों में क्लासेस चलाने को लेकर उन्हें कुछ समस्याएं आईं, लेकिन बाद में उन्होंने बच्चों के पेरेंट्स की काउंसिलिंग कर उन्हें मना लिया। अब स्थिति यह है कि जैसे ही वह बस्तियों में पहुंचते हैं, पेरेंट्स की ओर से खुद ही बच्चों को पढ़ने के लिए भेज दिया जाता है।

दूसरे स्थानों का भी लक्ष्य

सोमनाथ का कहना है कि शहर के अन्य इलाकों में स्थित बस्तियों में जाकर भी बच्चों को शिक्षित किए जाने का प्लान है। उद्देश्य यही है कि बस्तियों में रहने वाले बच्चे शिक्षित हो सके और समाज के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें।

खुद ही किताबे भी देते

बच्चों को पढ़ाने के साथ ही उन्हें किताबें भी दी जाती हैं और वो भी निशुल्क। वहीं जब बच्चे स्कूल जाते हैं तो उन्हें बैग, पानी की बोतल इत्यादि भी दी जाती है और इसके लिए भी कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता है।

परिवार ने किया सपोर्ट

सोमनाथ का कहना है कि उनके परिवार के सदस्यों ने भी उनका खूब सपोर्ट किया। पहले तो लग रहा था कि गरीब बच्चों को शिक्षित करने का उनका सपना पूरा नहीं होगा, लेकिन बाद में परिवार के सपोर्ट से हिम्मत मिली और अंतत: उनका सपना साकार होता नजर आ रहा है।

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