लखनऊ (ब्यूरो)। शंकर सुवन केसरी नंदन,

तेज प्रताप महा जग वंदन,

बिद्यावान गुनी अति चातुर,

राम काज करिबे को आतुर,

ऐसी चौपाईयों की मधुर धून के साथ शहर भर में बड़े मंगल के अवसर पर माहौल भक्तिमय रहा। चौथे बड़े मंगल पर शहर में हजारों भंडारे का आयोजन किया गया। जगह-जगह लोग प्रसाद ग्रहण करते रहे। ज्येष्ठ माह की दोपहरी का तप भी भक्ति के आड़े नहीं आया। प्रसाद वितरण से पूर्व मंदिरों समेत जगह-जगह बनाए गए पंडालों में हनुमान जी की पूजा अर्चना और आरती की गई। उन्हें भोग लगाने के साथ सुबह से भंडारों में प्रसाद वितरण का कार्यक्रम शुरू हुआ, जो देर शाम तक चलता रहा।

हर पंडाल में अलग तरह का प्रसाद

बड़े मंगल के चौथे मंगल पर शहर में हजारों भंडारों का आयोजन किया गया, जिसमें हिंदू समेत मुस्लिम और सिख समाज के लोगों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। मंगलवार को कई थानों में भी भंडारे का आयोजन किया गया। कहीं शर्बत, तो कहीं मट्ठा बांटा गया। पूड़ी सब्जी के साथ-साथ बूंदी, रायता, कढ़ी चावल, छोला चावल समेत अलग-अलग चीजें प्रसाद के तौर वितरित की गईं।

मंगल के दिन कोई नहीं सोता भूखा

लखनऊ में बड़े मंगल में भंडारे का आयोजन करीब 400 से हो रहा है। पूरे देश में लखनऊ में बड़े मंगल की ख्याति है। यहां कहा जाता है कि ज्येष्ठ माह में लगने वाले बड़े मंगल के भंडारे के चलते इस दिन कोई भी शख्स भूखा नहीं सोता है।

श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया प्रसाद

बड़े मंगल के अवसर पर स्व। माया शंकर सिंह की स्मृति में वरदान खंड, गोमतीनगर विस्तार में भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। आयोजनकर्ता में आशा सिंह, सचिन सिंह, रजनीश सिंह, विवेक सिंह, अनामिका राय, पूजा सिंह, श्लोक सिंह, श्रुति सिंह आदि शामिल रहीं।