-इटौंजा के महोना में मंगलवार देररात हुआ हादसा

-पिता-पुत्र और रिश्तेदार की मौके पर ही दर्दनाक मौत

LUCKNOW: इटौंजा के महोना में मंगलवार रात अनियंत्रित बाइक पेड़ से जा टकराई। इस हादसे में बाइकसवार पिता-पुत्र व एक अन्य रिश्तेदार की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। बुधवार सुबह सड़क किनारे खंदक में लाश पड़ी देख लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। शादी समारोह से लौट रहे थे

शादी समारोह से लौट रहे थे

इटौंजा के गोधना निवासी रंजीत कनौजिया (50), उनका बेटा बाबू (24) और बाराबंकी के मूल निवासी और वर्तमान में राजधानी के फैजुल्लागंज निवासी साढ़ू राजेंद्र राजेंद्र मंगलवार रात एक बाइक पर सवार होकर अपनी ससुराल भगौतीपुर, इटौंजा में आयोजित शादी समारोह में शामिल होने के लिये गए थे। कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वे तीनों देररात वापस घर के लिये चल पड़े। इसी दौरान जब वे महोना एरिया में एक मोड़ के करीब पहुंचे, इसी बीच बाइक ड्राइव कर रहे रंजीत का बाइक पर से नियंत्रण खत्म हो गया और बाइक तेजरफ्तार में रोड साइड लगे पेड़ से टकराते हुए खड्ड में जा गिरी। इस हादसे में उन तीनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।

राहगीरों ने दी सूचना

पूरी रात उन तीनों के शव वहीं खड्ड में पड़े रहे। बुधवार सुबह उधर से गुजर रहे ग्रामीणों ने शव पड़ा देख इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों शवों को बाहर निकाला। उनकी जेब व गाड़ी में रखे दस्तावेज के जरिए पुलिस ने उनकी शिनाख्त कर मृतकों के परिजनों को हादसे की सूचना दी और शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेजा। मौके पर पहुंचे एक रिश्तेदार ने बताया कि उन्हें मंगलवार रात करीब 11 बजे राजेंद्र ने फोन कर इटौंजा में होने की बात कही थी। इसी के कुछ देर बाद उनका फोन स्विचऑफ हो गया था। माना जा रहा है कि इसी दौरान यह दर्दनाक हादसा हो गया।

ससुराल में मचा कोहराम

हादसे की खबर जैसे ही राजेंद्र व रंजीत की ससुराल पहुंची वहां शादी की खुशियां मातम में बदल गई। ससुर पंचम कनौजिया के दो दामाद व एक नाती की सड़क हादसे में मौत से पूरे घर में शोक की लहर दौड़ गई। शादी समारोह की वजह से रंजीत की पत्‍‌नी गुड्डी और राजेंद्र की पत्‍‌नी कृष्णा मायके में ही मौजूद थीं। पति व बेटे की मौत की खबर से उनका रो-रोकर बुरा हाल था। सभी बाराती व पड़ोसी भी शादी के शेष कार्यक्रम छोड़ शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने में जुटे रहे।