लखनऊ (ब्यूरो)। बलरामपुर अस्पताल के नेत्र रोग विभाग के डॉक्टर और स्टाफ पर मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए वसूली का आरोप लगा है। ऑपरेशन के बावजूद मरीज की आंख की रोशनी ठीक नहीं हुई। मामले को लेकर मरीज ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से शिकायत करते हुए न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।

लेंस के नाम पर वसूले तीन हजार

राजधानी के शिवपुरी कॉलोनी निवासी रामजीत यादव के डिप्टी सीएम को लिखे शिकायती पत्र के अनुसार, उन्होंने आंखों में रोशनी की समस्या के कारण बलरामपुर अस्पताल में डॉक्टर को दिखाया, जिसपर डॉक्टर ने मोतियाबिंद होने की बात कहकर ऑपरेशन कराने का कहा। जिसके बाद मैं भर्ती हो गया। ऑपरेशन से पहले डॉक्टर ने बुलाकर बताया कि सरकारी लेंस बेकार है इसलिए बाहर का बढिय़ा लेंस लगाने के लिए 6 हजार रुपए जमा करने होंगे। इतना पैसा न होने की बात पर किसी तरह मामला 3 हजार रुपए पर तय हुआ और जिसके बाद मेरा ऑपरेशन किया गया।

नहीं लौटी आंख की रोशनी

रामजीत के मुताबिक, ऑपरेशन के बावजूद आंख की रोशनी वापस नहीं आई है, जबकि डॉक्टर तीन माह तक बाहर की दवा लिखते रहे और बताते रहे कि जल्द ही रोशनी वापस आ जायेगी। जब इसकी शिकायत डॉक्टर से की तो वह बुरा बर्ताव करने लगे। जिसके बाद मजबूरी में अपना इलाज मेडिकल कॉलेज में करवा रहा हूं। मेरी मदद की जाये।

मामले को लेकर डॉ। कुसुम कला ने जांच की है और पैसे लेने की कोई बात सामने नहीं आर्ई है।

-डॉ। जीपी गुप्ता, सीएमएस, बलरामपुर अस्पताल

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कोरोना के 38 मरीज मिले, 82 हुए ठीक

राजधानी में मंगलवार को कोरोना के 38 मामले सामने आये, जिसमें 21 पुरुष और 17 महिला रोगी शामिल हैं। वहीं, कुल 82 संक्रमितों ने कोरोना को मात दी। राजधानी में इस समय कोरोना के 258 एक्टिव केसेस हैं। वहीं, आलमबाग और चिनहट में 8-8 संक्रमित मिले हैं, जबकि अलीगंज और सरोजनीनगर में 5-5, रेडक्रास में 4, इंदिरानगर में 2 संक्रमित मिले हैं। वहीं, 3 संक्रमितों की कांटेक्ट हिस्ट्री मिली है। हल्के लक्षण पर जांच में 11 और सर्जरी से पहले जांच में 3 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।