- यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने का काम शनिवार को होना था पूरा

- बची हुई कापियों का अब संडे को होगा मूल्यांकन

LUCKNOW: यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का शनिवार को पूरा नहीं हो सका। समयस सीमा खत्म होने के बाद अभी अब तक 25 हजार से अधिक कापियां नहीं जांची जा सकी हैं। केन्द्रों पर शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए अब इनकी संख्या में इजाफा किया जाएगा।

यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन पूरा करने की दूसरी समय सीमा भी शनिवार को सामप्त गई। लेकिन मूल्यांकन कार्य अभी तक पूरा नहीं हो सका है.अब तक तीन मूल्यांकन केंद्रों पर ख्9,म्8भ् कॉपियां जांचने के लिए शेष हैं। संडे को इनके मूल्यांकन की शुरुआत होगी। इनमें से इंटरमीडिएट गृह विज्ञान की कॉपियां जांचने के लिए परीक्षकों की किल्लत है। इसके लिए अन्य कॉलेजज से टीचर्स बुलवाए गए हैं।

यूपी बोर्ड की कापियों का मूल्यांकन फ्0 मार्च से शुरू होकर क्फ् अप्रैल तक पूरा होना था। लेकिन शिक्षकों के कार्य बहिष्कार के चलते एक सप्ताह तक मूल्यांकन प्रभावित हुआ। उसके बाद मूल्यांकन कार्य प्रापर तरीके से शुरू हो सका। मूल्यांकन बहिष्कार के बाद भी परीक्षकों की संख्या में बढ़ोत्तरी नहीं हुई। जिससे क्फ् अप्रैल तक कॉपियां नहीं जांची जा सकीं। इसके बाद जिला विद्यालय निरीक्षक ने क्8 अप्रैल तक मूल्यांकन कार्य खत्म कर समय सीमा निर्धारित की। लेकिन परीक्षकों की कमी की वजह से शनिवार की शाम तक तीन मूल्यांकन केंद्रों पर कार्य नहीं खत्म हो सका। इनमें अभी ख्9,म्8भ् कॉपियां जांचनी बाकी रह गई। राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में इंटरमीडिएट गृह विज्ञान, नागरिक शास्त्र व समाज शास्त्र की ख्फ्ब्भ्0, अमीनाबाद इंटर कॉलेज में साहित्यिक हिन्दी की पांच हजार तथा राजकीय इंटर कॉलेज हुसैनाबाद में हाईस्कूल गृह विज्ञान की क्ख्फ्भ् कॉपियों का मूल्यांकन बाकी है। राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल देवकी सिंह के अनुसार परीक्षकों की कमी सिर्फ गृह विज्ञान में है, लेकिन दूसरे विद्यालयों से परीक्षक बुलवाए गए हैं। अब रविवार को सभी कॉपियां चेक की जाएंगी।