- डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन सबसे बड़ी चुनौती, जनता को जोड़ना भी आसान नहीं

- 4 जनवरी से शुरू हो रहा स्वच्छता सर्वेक्षण 2020, अब सिर्फ 6 दिन बाकी

LUCKNOW: स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 की परीक्षा शुरू होने में सिर्फ छह दिन बाकी हैं। निगम प्रशासन की ओर से इस परीक्षा में बेहतर अंक हासिल करने के लिए सफाई व्यवस्था से जुड़ी चुनौतियों को दूर करना होगा। निगम की ओर से तैयारियां तेज कर दी गई हैं लेकिन इसका कितना असर होगा, इसकी सही तस्वीर सर्वेक्षण की परीक्षा शुरू होने के दौरान सामने आएगी। पेश है अभिषेक मिश्र की स्पेशल रिपोर्ट

ये हैं चुनौतियां

पहली चुनौती

डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन

इस समय हर घर से कूड़ा कलेक्शन नहीं हो रहा है। जिससे जनता परेशान है। सिर्फ 30 फीसदी घरों से ही कूड़ा कलेक्ट किया जा रहा है। परिणामस्वरूप यूजर चार्ज में भारी गिरावट आई है।

दूसरी चुनौती

कूड़ा परिवहन

कूड़ा परिवहन की प्रॉपर व्यवस्था नहीं है। निगम वार्ड स्तर पर प्रयास तो कर रहा है लेकिन सफल परिणाम नहीं मिल रहे हैं। कूड़ा परिवहन की व्यवस्था मजबूत न होने से कई स्थानों पर सड़क किनारे कूड़ा दिखता है।

तीसरी चुनौती

कूड़ा निस्तारण

शिवरी प्लांट में सवा लाख मीट्रिक टन कूड़े के ढेर है। वहीं तीन कूड़ा मशीनों के पूरी तरह से काम न करने से शहर से नियमित रूप से प्लांट पहुंचने वाले कूड़े का भी निस्तारण नहीं हो पा रहा है।

चौथी चुनौती

पब्लिक कनेक्टिविटी

सर्वेक्षण में पब्लिक कनेक्टिविटी के 1250 अंक हैं। अभी जनता को सर्वेक्षण के बारे में जानकारी देने के लिए कोई बड़ा प्रयास नहीं किया गया है। डस्टबिन की व्यवस्था भी प्रॉपर नहीं है।

पांचवीं चुनौती

वार्डो में सफाई

कई वार्डो खासकर शहर की सीमा में स्थित वार्डो में नियमित रूप से झाड़ू नहीं लगती है न ही कूड़ा कलेक्ट होता है। जिससे जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

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ये हैं प्रयास

निगम प्रशासन की ओर से सर्वेक्षण में बेहतर अंक हासिल करने के लिए कई चरणों में तैयारियां शुरू की गई हैं। जो इस प्रकार हैं

1-पब्लिक के मोबाइल पर स्वच्छता एप डाउनलोडिंग पर फोकस

2-स्वच्छता संबंधी शिकायतों का तुरंत निस्तारण

3-हर संडे सुपरवाइजर-सफाईकर्मी सुबह 8 से 11 बजे तक श्रमदान करेंगे

4-हर तीसरे दिन नगर आयुक्त की ओर से समीक्षा बैठक की जाएगी

5-शहर के प्रमुख स्थानों और मार्केट एरिया में डस्टबिन की प्रॉपर व्यवस्था

6-कूड़ाघर में तब्दील हो चुके खाली प्लॉट के खिलाफ अभियान

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ये है परीक्षा की कैटेगरी

100 प्रतिशत अंक मिले यूजर रजिस्ट्रेशन में

1.1 प्रतिशत अंक मिले यूजर इंगेजमेंट में

21.18 प्रतिशत अंक मिले यूजर हैप्पीनेस में

79.77 प्रतिशत अंक मिले एजेंसी रिस्पांसिवनेस में

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परीक्षा स्कोरशीट एक नजर में

4300 से अधिक शहर परीक्षा में होंगे शामिल

28 दिन तक कई पैरामीटर्स पर चलेगी परीक्षा

50 लाख से अधिक फोटो टीमें फील्ड से करेंगी कैपचर

4 करोड़ से अधिक पब्लिक फीडबैक शामिल किए जाएंगे

वर्जन

स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में शहर की रैंकिंग काफी बेहतर होगी। जो चुनौतियां हैं, उन्हें दूर करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त