लखनऊ (ब्यूरो) । अर्जुनगंज के सरसवां इलाके में सरस्वतीपुरम कॉलोनी वीवीआई इलाके के बीच बसी है। कॉलोनी के चारों ओर हाईराइज बिल्डिंग, शहीद पथ व पुलिस मुख्यालय है। हरियाली के बीच बसी कॉलोनी में विकास की बयार 18 साल से नहीं बही है। आलम यह है कि रोड के नाम पर करोड़ों का भुगतान हो गया और रोड का नामोनिशान तक नहीं है। कभी बिल्डर तो कभी एलडीए ने यहां के लोगों के विश्वास को ठगा है।

सुविधाओं का अकाल
यहां पर न तो रोड है न ही जलनिकासी के इंतजाम, जिससे बारिश में कॉलोनी टापू में तब्दील हो जाती है। इसके साथ ही लोगों को कई अन्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है।


ये हैैं प्रमुख समस्याएं
1- जलनिकासी
ड्रेनेज सिस्टम न होने के कारण गंदा पानी रोड पर या फिर खाली प्लॉट में भर जाता है। जिससे लोग संक्रामक बीमारियों की चपेट में आ जाते हैैं।
2- वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था
इस कॉलोनी में वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था तो है लेकिन प्रॉपर नहीं है। जिसकी वजह से लोगों को इधर-उधर वेस्ट फेंकने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
3- मेन रोड हो रही बंद
कॉलोनी से सटे कई अपार्टमेंट्स भी हैैं। लोगों का कहना है कि बिल्डर उनकी मेन रोड बंद कर दिए हैैं। जिससे वैकल्पिक मार्गों से जाना पड़ता है।
4- बजट पास लेकिन रोड नहीं बनी
कॉलोनी में कई वर्षों से रोड नहीं है। स्थानीय लोगों ने इसके लिए आरटीई का सहारा लिया। जो जवाब मिला वह चौंकाने वाला था। एलडीए ने उस रोड के लिए एक करोड़ 76 लाख 11 हजार 466 रुपये स्वीकृत किए थे और रोड व नाली निर्माण के लिए 1 करोड़ 43 लाख 5 हजार 39 रुपये खर्च भी किए गए लेकिन यहां तो रोड बनी ही नहीं।
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अब वोट तभी, जब विकास होगा
लोगों का कहना है कि अब वोट तभी देंगे, जब विकास कार्य कराए जाएंगे। सालों से सिर्फ आश्वासन मिल रहा है, ऐसे में अब कड़ा फैसला लिया गया है। करीब तीन हजार लोगों ने वोटिंग न करने का फैसला लिया है और यह संख्या जल्द ही बढऩे वाली है।


लंबे समय से कॉलोनी बदहाली के दौर से गुजर रही है। मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। सालों से कोई सुनवाई नहीं हो रही है, ऐसे में अब वोट न डालने संबंधी निर्णय लिया है।
आरके तिवारी

कॉलोनी में न तो रोड है और न ही पेयजल व्यवस्था। ड्रेनेज सिस्टम भी लापता है। जलनिकासी के इंतजाम न होने के चलते कॉलोनी में अक्सर जलभराव रहता है।
केपी श्रीवास्तव

बजट स्वीकृत होने के बावजूद आज तक प्रॉपर रोड नहीं बन सकी। बजट में खेल किया गया। परिणामस्वरूप हर किसी को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
डॉ। विनोद सिंह

मेन रोड से गलियां तीन फीट नीचे हैं। रोड न होने के चलते बारिश के समय लोगों को घरों तक पानी भर जाता है। जरा सी बारिश में लोगों को घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है।
आशीष पांडेय