लखनऊ (ब्यूरो)। हसनगंज के डालीगंज बाबू वाली गली निवासी कौशल्या देवी (65) ने बुधवार दोपहर खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। गंभीर हालत में उनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, कौशल्या अपने पति के बाद बेटे की मौत से काफी परेशान थीं। वह दोनों की मौत का गम बर्दाश्त नहीं कर सकीं और डिप्रेशन में चल रही थीं। इसी कारण उन्होंने यह कदम उठाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बड़े बेटे की मौत के बाद डिप्रेशन

इंस्पेक्टर हसनगंज अतुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि डालीगंज बाबू वाली गली निवासी कौशल्या ने बुधवार को आत्मदाह कर लिया। उनके पति की काफी पहले मौत हो गई थी। वहीं बड़े बेटे की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इस सदमे को वह बर्दाश्त नहीं कर सकीं। आत्मदाह के पहले वह दो बार घर छोड़कर जा चुकी थीं। परिजनों ने उनको दोनों बार खोज निकाला था। पुलिस के मुताबिक, वह बड़े बेटे प्रसाद की हार्ट अटैक से मौत के बाद से मानसिक तौर पर परेशान थीं।

लपटों को देख दौड़े पड़ोसी

स्थानीय लोगों के मुताबिक, कौशल्या आत्मदाह करने के समय घर में अकेली थीं। उन्होंने कमरे में रखा मिट्टी का तेल अपने ऊपर उड़ेल लिया। इसके बाद आग लगा ली। आग लगते ही कौशल्या चीखने लगीं। उनकी चीख सुनकर जब पड़ोसियों ने उनके घर की तरफ देखा तो अंदर से धुआं और आग की लपटें निकलती दिखीं। आनन-फानन में लोगों ने पुलिस व फायर कंट्रोल रूम को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने कौशल्या को गंभीर हालत में ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। परिजनों ने किसी पर आरोप नहीं लगाया है।