लखनऊ (ब्यूरो)। वक्त गुजरता जा रहा है लेकिन अभी तक अलाया अपार्टमेंट हादसे का सच सामने नहीं आ सका है। दो फाइलों के सामने न आने के कारण जांच प्रभावित हो रही है। अगर ये दोनों फाइलें मिल जाएं तो हादसे का सच सामने आ जाएगा। हालांकि, अभी उम्मीद कम ही नजर आ रही है कि जल्द फाइलें मिल पाएंगी।

13 दिन बाद भी नहीं मिलीं फाइलें

वजीर हसन रोड स्थित अलाया अपार्टमेंट 24 जनवरी को ढह गया था। इस हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई थी, जबकि एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में तीन सदस्यीय जांच टीम भी बनाई गई थी और इस टीम को सात दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट शासन के पास भेजनी थी, लेकिन अभी तक रिपोर्ट शासन के पास नहीं भेजी गई है। इसकी वजह है कि अभी तक अपार्टमेंट से जुड़ी फाइलें ही सामने नहीं आई हैैं।

दो फाइलों में उलझा है मामला

एलडीए की ओर से अपार्टमेंट से जुड़ी दो फाइलों को खंगाला जा रहा है, लेकिन अभी तक दोनों फाइलें नहीं मिली हैैं। जिसकी वजह से यह साफ नहीं हो पा रहा है कि निर्माणकर्ता की ओर से कब नक्शे के लिए आवेदन किया गया था और कब कंपाउंडिंग के लिए। अगर ये दोनों फाइलें सामने आ जाएं तो काफी हद तक तस्वीर साफ हो जाएगी। इसी तरह अभी तक गुणवत्ता जांच रिपोर्ट भी सामने नहीं आई है। एलडीए और पीडब्ल्यूडी की ओर से मलबे के सैैंपल की जांच कराई जा रही है और ये जांच पीडब्ल्यूडी की लैब में चल रही है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि अपार्टमेंट की निर्माण सामग्री गुणवत्तापरक थी या नहीं। हादसे के बाद से गुणवत्ता को लेकर सवाल उठ रहे थे।