लखनऊ (ब्यूरो)। अगर आप ट्यूलिप फ्लावर लवर हैैं और उसे देखने के लिए कश्मीर के श्रीनगर या दिल्ली जाते हैैं, तो आपके लिए एक गुड न्यूज है। अब आप लखनऊ में ही यह फ्लावर देख सकते हैं। दरअसल, एलडीए के उद्यान विभाग की ओर से गोमतीनगर स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क में आधा दर्जन से अधिक प्रजातियों के ट्यूलिप रोपित किए जाने की तैयारी की गई है। इसमें से करीब दो प्रजातियों को लगा भी दिया गया है और पार्क आने वाले लोगों को खासे पसंद भी आ रहे हैैं। इसके साथ ही पार्क में गुलाब की भी 1500 से अधिक प्रजातियां डेवलप की गई हैैं, वे भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैैं।

छह प्रकार के गार्डन होंगे डेवलप

उद्यान विभाग की ओर से जनेश्वर मिश्र पार्क में पांच से छह प्रकार के गार्डन डेवलप किए जाएंगे। इसमें मुख्य रूप से रोज गार्डन, ट्यूलिप गार्डन, हिबिस्कस (गुड़हल), बोगनवेलिया, लिलियम पौधे से जुड़े गार्डन डेवलप किए जा रहे हैैं। इसके लिए अलग-अलग टीमें भी लगी हुई हैैं, जो मौसम की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए गार्डन डेवलप कर रही हैैं। पहले चरण में ट्यूलिप फ्लावर और गुलाब की एक हजार से अधिक प्रजातियों को डेवलप किया जा सका है।

ग्रीन कलर में भी दिखेगा ट्यूलिप

एलडीए के उद्यान अधिकारी कर्ण सिंह ने बताया कि ट्यूलिप फ्लावर कई रंग का होता है, जिसमें मुख्य रूप से लाल, पीला, सफेद, गुलाबी आदि शामिल है। इसमें से ग्रीन कलर सबसे रेयर माना जाता है। ग्रीन कलर का ट्यूलिप आपको श्रीनगर या फिर दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में ही देखने को मिलेगा। अब इस कलर को यहां भी डेवलप करने की तैयारी तेज कर दी गई है। जब ग्रीन कलर का ट्यूलिप डेवलप हो जाएगा तो साफ है कि पार्क आने वाले लोगों के आकर्षण का मुख्य केंद्र भी बन जाएगा। ऐसा नहीं है कि पहली बार में ही ट्यूलिप गार्डन को डेवलप कर लिया गया है। उद्यान विभाग की टीम को इसके लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी है। कई प्रयास असफल होने के बाद अब कहीं जाकर सफलता मिली है। दरअसल, ट्यूलिप फ्लावर वेदर कंडीशन के हिसाब से डेवलप होता है। इस वजह से उद्यान विभाग की टीम को खासी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा।

अन्य पार्कों में भी तैयारी

एलडीए की ओर से जनेश्वर मिश्र पार्क की तरह ही अन्य पार्कों में भी रोज गार्डन डेवलप करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए सर्वे आदि का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। इन पार्कों में लोहिया, बुद्धा पार्क इत्यादि प्रमुख रूप से शामिल हैैं।

हमारा प्रयास यही है कि जनेश्वर समेत अन्य प्रमुख पार्कों में फूलों की विभिन्न प्रजातियों के गार्डन डेवलप किए जाएं। जनेश्वर मिश्र पार्क से इसकी शुरुआत भी कर दी गई है। रोज और ट्यूलिप गार्डन पार्क आने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैैं।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए