लखनऊ (ब्यूरो)। फ्लैट दिलाने के नाम पर ग्राहकों के करोड़ों रुपये हड़पने के आरोपित बिल्डर अनिल कुमार तुलस्यानी को विभूतिखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित के खिलाफ कई लोगों ने 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस लंबे समय से अनिल की तलाश कर रही थी। अनिल के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी था और पुलिस ने कुर्की से पहले की नोटिस भी दी थी।

न रुपये वापस किए और न फ्लैट दिए

अनिल ने तुलस्यानी कंस्ट्रक्शन एंड डेवलपर्स लिमिटेड के नाम से कंपनी खोली थी। सैकड़ों लोगों को लुभावने स्कीम बताकर उनसे रुपये ले लिए थे, लेकिन उन्हें न तो रकम लौटाई न ही फ्लैट दिए। आरोपी ने अंसल और सुशांत गोल्फ सिटी में फ्लैट दिलाने का झांसा दिया था। इंस्पेक्टर विभूतिखंड डॉ। आशीष कुमार मिश्र ने बताया कि आरोपी यहां विज्ञानपुरी महानगर में शालीमार अपार्टमेंट में फ्लैट लेकर रह रहा था। आरोपी के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में भी मुकदमे दर्ज हैं। वह प्रयागराज का रहने वाला है और वहीं से ठगी का धंधा शुरू किया था। उसके पास जमीन नहीं थी और वह लोगों को प्लाट व फ्लैट दिलाने का प्रलोभन देता था। झांसे में आकर लोग उसे एडवांस के तौर पर मोटी रकम दे देते थे। पुलिस यह पता लगा रही है कि बिल्डर के खिलाफ और किन थानों में एफआईआर दर्ज है।

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बिजनेसमैन को किडनैप करने वाले तीन बदमाश गिरफ्तार

पीजीआई पुलिस ने बंधक बनाकर लूटपाट करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से एक अवैध असलहा, कार, 30 हजार की नकदी व पांच मोबाइल बरामद हुए हैं। सात अगस्त को बदमाशों ने पीजीआई इलाके से बिजनेसमैन को किडनैप किया था। उसे सीतापुर स्थित एक फॉर्महाउस पर बंधक बनाकर रखा था। डीसीपी पूर्वी प्राची ङ्क्षसह के मुताबिक, तीनों आरोपी लोगों को कार में बंधक बनाकर लूटपाट की वारदात करते थे। अभी एक सप्ताह पहले ही एक व्यक्ति को आरोपियों ने मारपीट कर नकदी व क्रिप्टो करेंसी ट्रांसफर करवा ली थी। इंस्पेक्टर देवेंद्र ङ्क्षसह ने बताया कि सूचना मिली कि एक कार में उच्च न्यायालय का स्टीकर लगा हुआ है, जो अर्जुनगंज की तरफ से शहीद पथ होते हुए आ रही है। पुलिस ने घेराबंदी करके कार को रोकने का प्रयास किया। इस पर चालक ने पहले ही ब्रेक लगा दी। कार में सवार एक व्यक्ति भागने लगा, लेकिन कुछ दूरी पर जाकर गिर पड़ा। पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम संदीप प्रताप ङ्क्षसह, विजय प्रताप ङ्क्षसह उर्फ विष्णु निवासी बाराबंकी और राजवीर ङ्क्षसह निवासी पीजीआई बताया। सात अगस्त को उन्होंने बिजनेसमैन अर्जुन भार्गव को किडनैप किया था। उन्हें सीतापुर के एक फॉर्महाउस में बंधक बनाकर रखा गया था। बदमाशों ने करीब एक करोड़ की बिटकॉइन भी ट्रांसफर करा ली थी। पुलिस अब फॉर्महाउस के मालिक वीरू की तलाश कर रही है।