- चौक की बैंक ऑफ बड़ौदा ब्रांच के लॉकर से एक करोड़ की ज्वेलरी गायब

- फॉरेंसिक रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज की मदद से छानबीन कर रही पुलिस

LUCKNOW: चौक में कोनेश्वर चौराहा स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के लॉकर से एक करोड़ की ज्वेलरी गायब हो गई। ज्वेलरी व सोने के सिक्के चोरी होने के मामले में बैंक मैनेजर, लॉकर इंचार्ज की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। पुलिस बैंक कर्मचारियों और लॉकर के इंचार्ज से पूछताछ कर रही है। पुलिस के मुताबिक छानबीन में सामने आया है कि बैंक का लॉकर दो चाभी से खुलता है। इसकी एक चाभी बैंक तो दूसरी उपभोक्ता के पास होती है। ऐसे में लॉकर से सोना व जेवर चोरी होना समझ से परे है। फॉरेंसिक और सीसीटीवी फुटेज की मदद से छानबीन की जा रही है।

लॉकर खुला, सिक्के व ज्वेलरी गायब

यह चौंका देने वाली घटना चौक के खुनखुनजी रोड स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्रांच में देखने को मिली। सराय माली खां चौक निवासी अमित प्रकाश बहादुर सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और वर्तमान में बेंगलुरु में रहते हैं। अमित प्रकाश के मुताबिक खुनखुन जी रोड चौक स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा में उनका व पिता डॉ। र¨वद्र बहादुर और मां पुष्पा बहादुर का ज्वाइंट अकाउंट है। 30 अक्टूबर को डॉ। र¨वद्र पत्नी पुष्पा के साथ बैंक में लॉकर देखने गए थे। बुजुर्ग दंपति लॉकर इंचार्ज स्वाति के साथ लॉकर रूम में पहुंचे। अमित के मुताबिक स्वाति ने लॉकर में चाबी लगा कर उसे खोलने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुई। स्वाति ने जब चाबी बाहर निकाली तो लॉकर का दरवाजा अपने आप खुल गया। लॉकर के भीतर ही पूरा लॉक सिस्टम खुला पड़ा था और उसमें रखे सोने के सिक्के व जेवरात गायब थे।

दो किलोग्राम सोना चोरी

अमित का कहना है कि लॉकर में उनके माता-पिता, पत्नी, भाई, भाई की पत्नी व बच्चों समेत पूरे परिवार का पुश्तैनी सोना रखा हुआ था। पीडि़त का कहना है कि कुल ज्वेलरी का वजन करीब दो किलोग्राम था, जो चोरी हो गया है। पीडि़त परिवार ने 23 अक्टूबर को ही बैंक प्रबंधन से मामले की लिखित शिकायत की थी। प्रबंधन ने पीडि़तों को 26 अक्टूबर को बैंक आने के लिए कहा था। पीडि़त जब दोबारा बैंक पहुंचे थे तो प्रबंधन की ओर से उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। आरोप है कि बैंक प्रबंधन पीडि़तों से टालमटोल करने लगा। परेशान होकर अमित चौक कोतवाली पहुंचे और घटना की लिखित शिकायत की। हालांकि शिकायत के बावजूद पुलिस ने आठ नवंबर को रिपोर्ट दर्ज की।