- उन्नाव की सदर कोतवाली दर्ज मुकदमे के संबंध में दर्ज किए बयान

LUCKNOW:

उन्नाव पुलिस सदर कोतवाली में दर्ज एक मुकदमे के मामले में शनिवार दोपहर सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह के विरामखंड स्थित आवास पहुंची। सदर कोतवाली से आए मामले के विवेचक ने सूर्य प्रताप सिंह का बयान दर्ज किए। इस दौरान सूर्य प्रताप सिंह के घर और बाहर पुलिस बल मौजूद रहा।

दर्ज किया गया बयान

शनिवार दोपहर उन्नाव पुलिस, गोमतीनगर थाने पहुंची। यहां से पुलिस बल लेकर रिटायर्ड आईएएस के घर पहुंची। पुलिस यहां करीब ढाई से दो घंटे तक रही। विवेचक ने उनका बयान दर्ज किया। इंस्पेक्टर गोमतीनगर केके तिवारी ने बताया कि उन्नाव पुलिस रिटायर्ड आईएएस से पूछताछ करने आई थी।

कई किए थे ट्वीट

नदियों में मिले शवों के बारे में किए गए ट्वीट को लेकर 15 मई को सूर्य प्रताप पर मामला दर्ज हुआ था। इंस्पेक्टर सदर कोतवाली उन्नाव दीपक मिश्रा ने बताया कि रिटायर्ड आइएएस सूर्य प्रताप सिंह ने ट्वीट के माध्यम से जनमानस को भड़काने का काम किया था। उन्होंने लिखा था कि 67 शवों को योगी सरकार ने गंगा के तट पर जेसीबी से गड्ढा खोदकर दफना दिया। शवों का अंतिम संस्कार ¨हदू रीति-रिवाज से न करना ¨हदुओं के लिए कलंक जैसा है। यह ट्वीट इंटरनेट मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। इसके बाद उनके खिलाफ 15 मई को मुकदमा दर्ज किया था। मामले की विवेचना की जा रही है।

पुलिस के रवैये से आहत हैं सूर्यप्रताप

रिटायर्ड आइएएस सूर्य प्रताप सिंह ने बताया कि वह भी कानून जानते हैं और प्रशासनिक सेवा से जुड़े थे। पुलिस का रवैया ठीक नहीं था। पुलिस ने उनका मोबाइल छीन लिया था। बयान दर्ज करने के लिए एक-दो पुलिस कर्मी आते हैं। न कि इतनी बड़ी संख्या में पुलिस बल भेजा जाता है। तमाम अपराधी घूम रहे हैं, उनके खिलाफ अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। पुलिस को संयम में रहकर सारे कार्य करने चाहिए।