लखनऊ (ब्यूरो)। अगले साल यूपी देश का सबसे अधिक बिजली डिमांड वाला प्रदेश बन सकता है। वर्ष 2024-25 के लिए केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण ने अधिकतम पीक डिमांड का जो अनुमानित आंकड़ा जारी किया है, उसके आधार पर उक्त संभावना जताई गई है। वर्ष 2024 के सितंबर माह में अधिकतम 31917 मेगावाट डिमांड पहुंच सकती है, जो महाराष्ट्र को भी पार कर जाएगी। इस आंकड़े के सामने आने के बाद उपभोक्ता परिषद की ओर से बिजली कंपनियों व पावर कॉरपोरेशन सहित पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन सिस्टम अपग्रेड करने की मांग की है, जिससे उपभोक्ताओं को भरपूर बिजली मिल सके।
इस बार पहुंची थी 28284 मेगावाट डिमांड
इस बार उत्तर प्रदेश में अप्रैल, मई, जून, जुलाई, अगस्त और वर्तमान सितंबर को भी जोड़ लिया जाए तो बिजली की अधिकतम डिमांड 28284 मेगावाट तक ही पहुंची थी, लेकिन केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण द्वारा जो तीन दिन पहले वर्ष 2024-25 के लिए अनुमानित ऊर्जा की अधिकतम आवश्यकता के अनुमान का ऐलान किया है और उससे संबंधित प्रपत्र जारी किया गया है, उसमें उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य होगा, जहां सितंबर 2024 में सबसे ज्यादा अधिकतम डिमांड 31917 मेगावाट अनुमानित की गई है। वहीं महाराष्ट्र जहां अभी तक सबसे ज्यादा अधिकतम डिमांड जाती है, वर्ष 2024 में वहां भी 31594 मेगावाट हो सकती है।
इस तरह हो सकती है डिमांड
उत्तर प्रदेश में जो आंकलित पीक डिमांड है, वह 25379 मेगावाट है। वहीं, मई 2024 में 28291 मेगावाट, जून 2024 में 29853 मेगावाट, जुलाई 2024 में 30581 मेगावाट, वहीं अगस्त 2024 में 31585 मेगावाट और सितंबर 2024 में 31917 मेगावाट हो सकती है।
बिजली कनेक्शन की संख्या बढ़ रही
उत्तर प्रदेश राज विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा जिस प्रकार से उत्तर प्रदेश में बिजली कनेक्शन की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, ऐसे में उत्तर प्रदेश में अधिकतम आंकलित डिमांड जो लगभग 31917 मेगावाट सितंबर 2024 में आंकलित की गई है, आंकड़ा उससे अधिक हो सकता है। इलेक्ट्रिकल कारें भी आने वाले समय में बड़ी संख्या में मार्केट में आ जाएंगी, ऐसे में अभी से उत्तर प्रदेश में वितरण नेटवर्क ट्रांसमिशन नेटवर्क को मजबूत करने की दिशा में युद्ध स्तर पर काम शुरू कर देना होगा। उत्तर प्रदेश पावर सेक्टर को अभी से ही सतर्क हो जाना चाहिए। जिससे जब पीक डिमांड का आंकड़ा 31 हजार पहुंचे तो उस कंडीशन में उपभोक्ताओं को भरपूर बिजली मिल सके। उन्होंने आशंका जाहिर की है कि अगर बिजली डिमांड के आसमान पर पहुंचने के बाद कदम उठाए जाएंगे तो तब तक देर हो जाएगी और प्रदेश के उपभोक्ताओं को बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है।
डिमांड अनुरूप सप्लाई
वर्तमान समय की बात करें तो अभी बिजली डिमांड के अनुरूप सप्लाई है, जिसकी वजह से उपभोक्ताओं को बिजली संकट का सामना नहीं करना पड़ रहा है। हालांकि, कुछ दिन तक जरूर ट्रिपिंग की समस्या सामने आई थी लेकिन अब स्थिति कंट्रोल में है।