लखनऊ (ब्यूरो)। वैलेंटाइन डे की अपनी अलग अहमियत होती है, जो अपनों के साथ बेहद स्पेशल तरीके से मनाया जाता है, ताकि यह दिन हमेशा के लिए यादगार बन जाए। अपनों के प्रति अपना प्रेम दर्शाने के लिए कई बार लोग कुछ भी कर गुजरने को तैयार हो जाते हैं। फिर बात चाहे ऑर्गन डोनेट कर किसी अपने की जान बचाना ही क्यों न हो। आज वैलेंटाइन डे के मौके पर हम बता कर रहे हैं कुछ ऐसे लोगों की, जिन्होंने अपनों की जान बचाने के लिए लिवर व किडनी डोनेट कर प्यार की अनुपम मिसाल पेश की है। पेश है अनुज टंडन की स्पेशल रिपोर्ट

पापा का जीवन देश के लिए बेहद जरूरी

2017 में अचानक पता चला कि मेरे फादर राज्यसभा सांसद और पूर्व डीजीपी ब्रजलाल को किडनी की समस्या है। डॉक्टर ने किडनी ट्रांसप्लांट करने की सलाह दी, जिससे वह काफी परेशान हो गये थे। चूंकि मेरे हसबैंड बलराम खुद डॉक्टर हैं और मैं डायटीशियन हूं इसलिए हमें पता है कि यह कितना जरूरी था। मैंने पापा से कहा कि आप चिंता मत कीजिए, मैं आपको किडनी डोनेट करूंगी। मेरे पापा का जीवन देश के लिए बहुत जरूरी है, इसलिए मैंने अपनी किडनी डोनेट की और आज वह पूरी तरह स्वस्थ हैं। वह रोज एक घंटे मार्निंग वॉक भी करते हैं। मुझे गर्व है कि मैं अपने पापा के कुछ काम आ सकी।

-वंदना

प्यार और भरोसे के बल पर जीती बड़ी जंग

हमारी लाइफ अच्छी चल रही थी। अचानक पता चला कि मेरे हसबैंड का लिवर खराब हो गया है। पूरा परिवार परेशान हो गया। डॉक्टरों ने बताया कि ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ेगी, पर किसी का लिवर मैच नहीं हो रहा था। आखिरकार मेरा लिवर ट्रांसप्लांट के लिए मैच हो गया। ट्रांसप्लांट से पहले खुद को कुछ होने से ज्यादा पति को खोने का डर सता रहा था, लेकिन ट्रांसप्लांट सफल रहा। मैंने और मेरे पति ने अपने प्यार और भरोसे के बल पर एक बड़ी जंग जीत ली। वहीं, हसबैंड राकेश सिंह ने कहा कि मेरी पत्नी पहले जीवनसाथी थी, अब वह मेरी जीवनरक्षक भी है।

-ममता सिंह

मेरे फादर मेरे लिए सबकुछ

मेरे फादर को किडनी की समस्या थी, जिसको लेकर वह काफी परेशान हो गये। मदर की हेल्थ अच्छी नहीं रहती है, इसलिए वह किडनी नहीं दे सकती थीं। मेरी किडनी फादर से मैच कर गई, जिसके बाद मैंने उन्हें किडनी दी। आज वह पूरी तरह स्वास्थ और खुश हैं। उनको कोई समस्या नहीं है। मेरे फादर मेरे लिए सबकुछ हैं। इसमें मेरी वाइफ ने भी पूरा साथ दिया। यह मेरे लिए खुशी की बात है कि मैं अपने फादर के काम आ सका।

-अनुराग शर्मा