लखनऊ (ब्यूरो) । ई रिक्शा, ऑटो व टैंपो के साथ-साथ बस भी कई बार चौराहों पर सवारी उतारती और बैठाती है। इससे चौराहे कुछ देर के लिए ब्लॉक हो जाते हैं। इसकी टाइमिंग का मिलान ट्रैफिक के टाइमिंग से की गई तो चंद सेकंड के चलते चौराहों पर ट्रैफिक प्रेशर कई गुना बढ़ जाता है। इस प्रॉब्लम के सॉल्यूशन के लिए ट्रैफिक विभाग ने निर्देश जारी किया है कि अब चौराहों पर कामर्शियल व्हीकल न तो सवारी उतारेंगे और न ही बैठाएगें।


पहले रोक-टोक फिर चालान
शुरुआती अभियान में ट्रैफिक पुलिस ने ऐसे वाहनों के लिए पहले रोक-टोक की फिर नियमों को तोडऩे पर चालान की कार्रवाई की। एक सप्ताह में यू टर्न व चौराहों पर सवारी उतारने व बैठाने वाले ऑटो, टैैंपो व ई रिक्शा के खिलाफ 4 सौ से भी ज्यादा चालान किए गए।

दो गुना कम हो सकता है ट्रैफिक प्रेशर
डीसीपी ट्रैफिक सुभाष शाख्य के अनुसार यू टर्न फ्री करने व चौराहों पर कामर्शियल व्हीकल के न ठहरने से शहर के प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक प्रेशर को दो गुना तक कम किया जा सकता है। इसके अलावा 512 चौराहों पर 132 चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल से ट्रैफिक का मूवमेंट कराया जा रहा है। इसके अलावा जल्द ही 15 अन्य चौराहों पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ट्रैफिक सिग्नल से ट्रैफिक चलाने की तैयारी की जा रही हैै।

शहर के चौराहों पर ट्रैफिक प्रेशर कम करने के लिए यू टर्न व चौराहों से पचास मीटर पहले वाहनों को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इससे न केवल ट्रैफिक प्रेशर को कम किया जा सकेगा बल्कि आगे लगने वाले जाम से भी निपटा जा सकेगा।
श्रवण कुमार सिंह, एडीसीपी ट्रैफिक