लखनऊ (ब्यूरो)। फैजुल्लागंज एरिया में रहने वाली जनता को पेयजल संकट का सामना करना पड़ता है। फैजुल्लागंज के अंतर्गत आने वाले चार वार्डों में सिर्फ 20 प्रतिशत इलाकों में ही वाटर लाइन बिछी है। वाटर लाइन के लिए योजनाएं तो बनीं लेकिन इंप्लीमेंट नहीं हो सकीं। परिणामस्वरूप घरों में लगे सबमर्सिबल ही प्यास बुझाने का सहारा बने हुए हैैं

हैैंडपंप भी सूखे

फैजुल्लागंज के अंतर्गत आने वाले इलाकों में हैैंडपंप लगाए गए थे लेकिन 70 से अधिक हैैंडपंप सूख गए हैं। इसका प्रमुख कारण भूगर्भ जलस्तर का नीचे जाना और प्रॉपर मेंटीनेंस न होना है। लोगों की ओर से कई बार हैैंडपंप मेंटीनेंस की मांग की गई लेकिन कुछ हुआ नहीं। अब जनता को नई शहर सरकार से उम्मीद है कि वह इस समस्या की ओर ध्यान देगी।

घनी आबादी वाले एरिया

फैजुल्लागंज के अंतर्गत आने वाले चारों वार्ड घनी आबादी वाले हैैं। इन वार्डों के अंतर्गत आने वाले एरिया जैसे प्रीती नगर, केशव नगर फस्र्ट इत्यादि इलाकों में तो वाटर लाइन है लेकिन आधा दर्जन से अधिक इलाके ऐसे हैैं, जहां वाटर लाइन नहीं बिछी हुई है। जिससे 45 से 50 हजार की आबादी प्रभावित होती है।

गर्मी में स्थिति और विकराल

फैजुल्लागंज में बिजली संकट की भी समस्या रहती है। चूंकि यहां पर प्रॉपर सरकारी पेयजल की सुविधा नहीं है, लाइट जाने पर लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती है। लाइट जाने की वजह से घरों में लगे सबमर्सिबल चल नहीं पाते हैैं और लोगों को पानी के लिए इधर उधर से इंतजाम करने पड़ते हैैं।

योजना तो बनी, इंप्लीमेंट नहीं

हर बार जब नगर निगम में सदन का आयोजन होता है तो फैजुल्लागंज के वार्ड पार्षदों की ओर से पेयजल संकट का मुद्दा उठाया जाता है लेकिन उसके बाद भी इस दिशा में कोई ठोस कवायद होती नजर नहीं आ रही है। फैजुल्लागंज एरिया को अमृत योजना में लिया गया है लेकिन अभी तक प्रॉपर पेयजल लाइन बिछाने का काम रफ्तार नहीं पकड़ सका है।

ये कदम उठाने होंगे

1- 100 प्रतिशत इलाकों में पेयजल लाइन

2- सभी हैैंडपंप का प्रॉपर मेंटीनेंस

3- सरकारी सबमर्सिबल की व्यवस्था

4- शत प्रतिशत पेयजल कनेक्शन

बोली जनता

वाटर लाइन न होने की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जल्द से जल्द सभी इलाकों में पेयजल लाइन बिछनी चाहिए, जिससे पेयजल संकट से राहत मिल सके।

अखिलेश अवस्थी

अभी तक 80 फीसदी इलाकों में पेयजल लाइन नहीं बिछाई जा सकी है। जिसकी वजह से गर्मी के मौसम में भारी दिक्कतें होती हैैं। इस समस्या की तरफ ध्यान देना होगा।

अमित तिवारी

एरिया में हैैंडपंप तो लगे हुए हैैं लेकिनलगभग सभी हैैंडपंप खराब पड़े हैैं। जिसकी वजह से पेयजल संकट की स्थिति और भी ज्यादा विकराल हो गई है।

ममता त्रिपाठी

बड़ी आबादी पेयजल संकट का सामना करने को मजबूर है। इसके बावजूद इस समस्या को दूर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैैं। योजना तो बनती है लेकिन इंप्लीमेंट नहीं होती है।

मुरली प्रसाद वर्मा

सभी इलाकों में जल्द से जल्द वाटर लाइन बिछाई जाए साथ ही खराब हैैंडपंप को भी दुरुस्त कराया जाए। जिससे जनता को सबमर्सिबल के सहारे न बैठना पड़े।

वीपीएस तोमर