लखनऊ (ब्यूरो)। एक तरफ जहां पूरे शहर में नाला सफाई कराए जाने का दावा किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ आलम यह है कि राजधानी के दो प्रमुख नाले ऐसे हैैं, जिनकी सफाई की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसकी वजह से हर साल की तरह इस बार भी जलभराव की समस्या सामने आने का खतरा है, जिसने जनता की चिंता बढ़ा दी है।

केस 1

यह नाला तो बढ़ा रहा टेंशन

मुंशी पुलिया के पास स्थित नाले की बदहाली दूर से ही देखी जा सकती है। इस नाले के पास दो शॉपिंग कॉम्प्लेक्स भी स्थित हैैं, जिसमें 700 से अधिक दुकानें हैैं। कई दुकानें कॉम्प्लैक्स के बाहर भी बनी हैैं। हर दिन तीन से चार हजार कस्टमर्स शॉपिंग कॉम्प्लैक्स में खरीदारी करने आते हैैं। नाले के पास से ही सर्विस लेन भी गुजर रही है, जिस पर रोजाना 7 से 8 हजार लोग गुजरते हैैं।

नाले की कंडीशन है खराब

स्थानीय व्यापारियों की मानें तो करीब डेढ़-दो साल से इसकी सफाई नहीं हुई है और 17-18 साल से इसका मेंटीनेंस नहीं कराया गया है, जिसकी वजह से नाला धंस रहा है। बारिश होने पर तो स्थिति और भी भयावह हो जाती है। नाले का पानी ओवरफ्लो होकर रोड पर बहता है, जिसकी वजह से कई बार वाहन सवार नाले और रोड में फर्क ही नहीं पता कर पाते और हादसे का शिकार हो जाते हैैं।

नाला निर्माण और उसकी सफाई के लिए कई बार मांग उठाई गई। मेयर से लेकर निगम के जिम्मेदारों को पत्र भी लिखे गए, लेकिन अभी तक स्थिति जस की तस बनी हुई है। किसी भी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

राजेश सोनी, स्थानीय व्यापारी

बारिश में तो स्थिति और भी ज्यादा चिंताजनक हो जाती है। कई बार नाला सफाई को लेकर मांग की गई, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है।

सौरभ सिंह, स्थानीय व्यापारी

केस 2

5 साल से फैजुल्लागंज नाला साफ नहीं

घनी आबादी वाले फैजुल्लागंज एरिया में भी एक नाला करीब पांच सालों से साफ नहीं हुआ है। यह नाला करीब तीन लाख की आबादी के लिए जल निकासी का सबसे बड़ा स्त्रोत है। स्थानीय लोगों की मानें तो करीब पांच साल से नाले की सफाई नहीं हुई है। पूरा नाला कूड़े से पटा हुआ है। बारिश होने पर इसकी वजह से जलभराव की समस्या भी सामने आती है। नाला गंदा होने के कारण संक्रामक बीमारियां भी फैलती हैैं।

कोई ध्यान नहीं दे रहा

स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार नाला सफाई की मांग की गई, लेकिन अभी तक निगम की ओर से ध्यान नहीं दिया गया है। गुजरते वक्त के साथ नाले की कंडीशन और खराब होती जा रही है। लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द नाला सफाई का कार्य शुरू कराया जाए।

क्या बोले स्थानीय निवासी?

करीब चार से पांच साल से नाले की सफाई नहीं कराई गई है, जिसकी वजह से यह कूड़े से पटा हुआ है। परिणामस्वरूप, बारिश होने पर फिर से जलभराव की समस्या सामने आएगी। कई बार नाला सफाई की मांग की गई, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।

ममता त्रिपाठी, स्थानीय निवासी

नाले की सफाई का कार्य तुरंत शुरू कराया जाना चाहिए ताकि लोगों को राहत मिल सके। स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है। अगर बारिश से पहले नाले की सफाई नहीं हुई तो जलभराव की स्थिति बेहद भयावह होगी।

राकेश पांडेय, स्थानीय निवासी

फैजुल्लागंज क्षेत्र का यह सबसे बड़ा नाला है। यह जल निकासी का सबसे बड़ा स्त्रोत है। इसके बावजूद इसकी सफाई को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई जाती है। बारिश से पहले नाले की सफाई बेहद जरूरी है।

गीता सिंह राठौर, स्थानीय निवासी