लखनऊ (ब्यूरो)। रविवार को जहां दिन भर लोग सर्द हवाओं से ठिठुरते नजर आए वहीं, सोमवार को दिन में धूप निकलने से थोड़ी राहत तो मिली, लेकिन रात होते-होते एक बार फिर से बढ़ी गलन ने लोगों को घरों में दुबकने को मजबूर कर दिया। धूप खिलने के कारण हवा की गुणवत्ता में भी खासा सुधार देखने को मिला। कई इलाकों में एक्यूआई लेवल 200 के नीचे रहा, जिसे संतोषजनक माना जा सकता है।
कोहरा नहीं नजर आया
रविवार की तरह सोमवार को कोहरे का असर आंशिक रहा, इसकी वजह से 11 बजे के बाद धूप निकल गई। धूप निकलने से लोगों ने राहत की सांस ली और घरों की छतों से लेकर रोड किनारे लोग धूप का आनंद लेते नजर आए।
शाम सात बजे के बाद बढ़ी गलन
जैसे-जैसे दिन ढला, गलन का प्रकोप फिर से बढ़ने लगा। सात बजे के बाद मौसम के सर्द होने की वजह से धीरे-धीरे मार्केट्स और रोड्स पर सन्नाटा पसरने लगा। चूंकि दिन में धूप तेज थी, इस वजह से कोहरा होने की भी आशंकाएं बढ़ गईं और लोगों के कदम अपने घर की तरफ बढ़ चले।
फिलहाल राहत नहीं
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक मो। दानिश के मुताबिक, पहाड़ों पर बर्फबारी भले ही न हो रही हो, लेकिन उत्तर पश्चिमी हवा जो पहाड़ों से आ रही है, उसके कारण मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड और कोहरा देखने को मिल रहा है। जिसके कारण दिन और रात में तापमान में गिरावट देखी जा रही है। फिलहाल मौसम में कोई खास परिवर्तन नहीं होगा, कोहरा और ठंड रहेगी।
हवा की गुणवत्ता पर असर
रविवार को जहां घने कोहरे की वजह से एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) लेवल में खासी गिरावट देखने को मिली थी, वहीं सोमवार को मौसम साफ होने के कारण हवा की गुणवत्ता में खासा सुधार देखने को मिला। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों की माने तो रविवार को लखनऊ का ओवरऑल एक्यूआई लेवल 263 दर्ज किया गया था, जो शनिवार के मुकाबले 41 प्वाइंट्स अधिक था। वहीं, सोमवार को बड़ी राहत मिली और एक्यूआई लेवल 171 दर्ज किया गया। साफ है कि हवा की गुणवत्ता में खासा सुधार हुआ।
रविवार को इस तरह रहा एक्यूआई
एरिया एक्यूआई
लालबाग 339
तालकटोरा 331
गोमतीनगर 144
अलीगंज 312
कुकरैल 240
सोमवार को एक्यूआई
एरिया एक्यूआई
लालबाग 222
तालकटोरा 205
गोमतीनगर 119
अलीगंज 192
कुकरैल 120
ओवरऑल एक्यूआई
डेट एक्यूआई
15 जनवरी 171
14 जनवरी 263
13 जनवरी 222
12 जनवरी 233
11 जनवरी 186
10 जनवरी 174
बदलते मौसम से हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। इसकी वजह से एलर्जी और इनफेक्शन भी हो सकता है। ऐसे मौसम में अस्थमा और टीबी जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों को खास एहतियात बरतनी चाहिए। सांस से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित लोगों को भी अपनी अच्छी केयर करनी चाहिए।
प्रो। सूर्यकांत, हेड, रेस्पिरेट्री मेडिसिन, केजीएमयू