नंबर गेम

700 बसों का शहर में टूरिस्ट परमिट

4388 फोर व्हीलर का टूरिस्ट परमिट

5 साल के लिए मिलता है टूरिस्ट परमिट

- बुकिंग न मिलने से परेशान हैं टूरिस्ट परमिट धारक

- दो हजार से अधिक परमिट कैंसिल किए जाने के आए आवेदन

LUCKNOW: न धार्मिक स्थलों की बुकिंग मिल रही है और न लोग छुट्टियां मनाने कहीं जा रहे हैं, ऐसे में टूरिस्ट परमिट धारक परेशान हैं। उन्होंने अपने वाहन खड़े कर दिए हैं और परमिट निरस्त कराने के लिए आरटीओ ऑफिस में आवेदन भी करना शुरू कर दिया है। आरटीओ ऑफिस के अधिकारियों के अनुसार पहले जहां टूरिस्ट परमिट हासिल करने के लिए लाइन लगती थी, वहीं अब इसे कैंसिल कराने के लिए लोग संपर्क कर रहे हैं। अब तक दो हजार से अधिक आवेदन इसके लिए आ चुके हैं।

पांच साल का होता है परमिट

विभागीय अधिकारियों के अनुसार ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट पांच साल के लिए दिया जाता है और हर साल इसका नवीनीकरण होता है। इस परमिट के बाद गाडि़यां बुकिंग लेकर पूरे देश में कहीं भी जा सकती हैं। पहले इस परमिट के लिए लंबी लाइन लगती थी और सबको परमिट दिया भी नहीं जाता था। अब तो परमिट कैंसल करने के लिए लोग संपर्क कर रहे हैं।

खूब मिलती थी बुकिंग

टूरिस्ट परमिट धारकों ने बताया कि पहले धार्मिक स्थलों के लिए तो हर माह बुकिंग मिलती थी, वहीं छुट्टियों के दौरान पर्यटन स्थलों की भी बुकिंग खूब मिलती थी। कई-कई दिनों की बुकिंग मिलने से उनकी कमाई भी हो जाती थी। दूसरी एजेंसियों से गाडि़यां मंगाकर मैनेज करना पड़ता था। अब कोरोना के कारण लोग कहीं आ जा नहीं रहे हैं। बुकिंग एकदम बंद हो चुकी है।

नए वाहन की रहती है डिमांड

टूर पर जाने वाले वाहन पांच साल से अधिक पुराने नहीं होते हैं। पांच साल पूरे होते ही इनके मालिकों को नया वाहन लेना पड़ता है। कोरोना के कारण इन दिनों बुकिंग बंद है। ऐसे में लोग टूरिस्ट परमिट नहीं ले रहे हैं। उनका कहना है कि अगर वे परमिट सरेंडर नहीं करेंगे तो उन्हें इसका टैक्स देना पड़ेगा।

कोट

वाहनों की बुकिंग न होने से परमिट धारक परेशान हैं। लोग टैक्स से बचने के लिए टूरिस्ट परमिट नहीं रखना चाह रहे हैं।

राम फेर द्विवेदी, आरटीओ