टॉपर नंबर वन

डॉक्टर बनना मेरा सपना: वैशाली सिंह

LUCKNOW: हाईस्कूल में राजधानी में सिटी में टॉप करने वाली वैशाली सिंह का कहना है कि अच्छी रैंक के लिए कुछ अलग करने की जरूरत नहीं। बस पढ़ाई मन लगाकर करना है और समय से रिवीजन और न्यूमेरिकल्स पर ध्यान देना है। 9ब्.म् परसेंट के साथ टॉप करने वालीा वैशाली कहती हैं कि स्कूल के बाद तीन घंटे तक घर पर पढ़ती थी। जिसमें वह रिवीजन को टॉप पर रखती थी। रोजाना रिवीजन जरूरी है जिससे पूरा कांसेप्ट क्लियर रहता है। आगे चलकर वैशाली डॉक्टर बनना चाहती हैं। वैशाली डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करना चाहती हैं। वैशाली के फादर शैलेन्द्र सिंह बिजनेस करते हैं और उनकी मदर नीलम सिंह हाउस वाइफ हैं। भाई विशाल का सेलेक्शन पहले ही केआईआईटी में हो चुका है। जिसने हमेशा वैशाली को गाइड किया। वैशाली ने बताया कि ग्रुप स्टडी भी काफी फायदेमंद है। सारी चीजें दोस्तों के साथ स्टडी से आसानी से क्लियर हो जाती है। अपनी सफलता का श्रेय वह अपने पैरेंट्स के साथ टीचर्स को देती हैं। जिन्होंने हमेशा साथ दिया और पढ़ाई में मदद की। वैशाली ने बताया कि यूपी में सीएम अखिलेश यादव युवाओं के रोल मॉडल हैं और कुछ काम उन्होंने बहुत अच्छे किए हैं। फिर भी अभी वुमेन सिक्योरिटी पर काफी काम होना चाहिए।

टॉपर नंबर टू

आईएएस बनना चाहती हैं अपर्णा

यूपी बोर्ड के हाईस्कूल एग्जाम में राजधानी में 9ब्.क् परसेंट के साथ सेकेंड प्लेस प्राप्त करने वाली अपर्णा शुक्ला के घर पर खुशी का माहौल दिखा। अपर्णा राजधानी के अवध कॉलिजिएट की हाईस्कूल की छात्रा थीं। अपनी सफलता पर वह कहती हैं कि उसे सभी विषयों को पढ़ना अच्छा लगता है। वह आगे की पढ़ाई पीसीएम से करना चाहती हैं। अपर्णा का सपना बड़े होकर आईएएस बनना है। वह बताती हैं कि यह उनके पिता का सपना है। अपर्णा के पिता प्रेम शंकर शुक्ला बताते हैं कि वह अपनी बेटी को एक प्रशासनिक अधिकारी के पद पर देखना चाहते हैं। इसके लिए वह अपनी बेटी की हर एक इच्छा व जरूरतों का पूरा ध्यान रखते हैं।

टॉपर नंबर थ्री

व्हाट्स एप्प से पढ़ाई हुई आसान: क्षितिज जायसवाल

हाईस्कूल में 9ब् परसेंट मा‌र्क्स लाकर अपने पैरेंट्स का मान बढ़ाने वाले क्षितिज जायसवाल का मानना है कि व्हाट्सएप ने उनकी पढ़ाई में काफी मदद की। उसने खुद अपने फ्रेंड आशुतोष के साथ मिलकर व्हाट्सएप पर ग्रुप बनाया और अपने चार पांच फ्रेंड्स को जोड़ा। जिसमें सिर्फ पढ़ाई से सम्बंधित बाते होती और फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ्स की प्रॉब्लम शेयर होती। किसी को दिक्कत होती तो वह ग्रुप में क्वेचन डालकर पूछ लेता। सबका रिवीजन भी हो जाता और जानकारी भी तेजी से मिल जाती। साथ ही टीचर्स से भी व्हाट्सएप से कम्युनिकेशन बेहतर हो गया। क्षितिज के अनुसार व्हाट्सएप ग्रुप के द्वारा पूरे ग्रुप का फायदा हुआ और सब अच्छे मा‌र्क्स के साथ पास हुए हैं.क्षितिज के फादर संजय जायसवाल एडवोकेट हैं और सरोज जायसवाल हाउसवाइफ हैं। संजय कहते हैं कि क्षितिज को कभी पढ़ाई के लिए कहना नहीं पढ़ा। वह अपने आप ही समय से पढ़ाई करता रहा। वह आईएएस बनना चाहते हैं। जिसके लिए वह अभी से ही कंसंट्रेट कर रहे हैं।

टॉपर नंबर फोर

माता-पिता का पूरा श्रेय

हाईस्कूल में सिटी के फोर्थ टॉपर यशराज शर्मा ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने माता-पिता और भाई बहनों को दिया है। लखनऊ पायनियर मांटेसरी स्कूल में पढ़ते हुए 9फ्.म्7 परसेंट एचीव करने वाले यशराज कहते हैं कि हाईस्कूल के एग्जाम देने के लिए रोज छह से सात घंटे की पढ़ाई की है। साथ ही अपने दोस्तों के साथ ग्रुप स्टडी करना भी काफी पसंद है।

टॉपर नंबर फाइव

सिर्फ टाइम टेबल को फॉलो किया: राहुल

9फ्.क्7 रैंक के साथ सिटी में फिफ्थ रैंक हासिल करने वाले राहुल कुमार वर्मा ने बताया कि टाइम टेबल निश्चित कर उसे कड़ाई से फॉलो करने से सफलता अवश्य मिलती है। राहुल ने बताया कि कोर्स लम्बा है और समय सबके पास बराबर है जिसके कारण टाइम टेबल तय करना जरूरी है। जिसकी बदौलत उन्हें सफलता मिली है। राहुल इंटरमीडिएट में बायोलॉजी से पढ़ाई कर डॉक्टर बनना चाहते हैं जिससे वह सभी की हेल्प कर सकें। उनके फादर ओम प्रकाश वर्मा बिजनेस मैन हैं और और मां ममता वर्मा हाउसवाइफ हैं। पैरेंट्स का कहना है कि बच्चे की सफलता से वह उत्साहित हैं। राहुल ने बताया कि उसकी सफलता में टीचर्स के साथ पैरेंट्स का पूरा सहयोग मिला।