लखनऊ (ब्यूरो)। कुछ दिन पहले इंदिरानगर में ड्राइवर द्वारा रिटायर्ड आईएएस अफसर की पत्नी की हत्या व लूट की वारदात के बाद भी सबक न लेने वाले लोग अपनी जमा पूंजी के साथ-साथ अपनी जान को भी जोखिम में डाल रहे हैं। हालांकि, चिनहट पुलिस व पूर्वी सर्किल क्राइम ब्रांच की सक्रियता ने इंदिरानगर में हुई लूट व हत्या जैसी जघन्य वारदात को फिर होने से पहले ही रोक लिया। सर्विलांस टीम की मदद से घटना से पहले ही पुलिस ने बदमाशों को मुठभेड़ में पकड़ लिया।

बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी

पुलिस टीम को देखकर वारदात करने जा रहे बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में एक बदमाश के पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया जबकि अंधेरे का फायदा उठाकर उसके अन्य साथी फरार हो गए। लूट व डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश कोई और नहीं बल्कि जिस मकान में वारदात करनी थी, उसी घर का नौकर था। मालिक ने उसकी गलती के चलते 11 दिन पहले उसे नौकरी से निकाल दिया था। जिसके बाद से उसने साथियों के साथ डकैती व मालिक को नुकसान पहुंचाने की योजना बनाई थी। उसके ऊपर कृष्णानगर, आशियाना, पारा, पीजीआई समेत अलग-अलग थानों में लूट के 12 मुकदमे पहले से दर्ज हैं। राकेश उर्फ छोटू मूलरुप से गोंडा के इस्लामपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है। पुलिस उसके बाकी साथियों की तलाश कर रही है।

नहीं कराया था वैरीफिकेशन, दोस्त के विश्वास पर रखा था

मूलरूप से पारा निवासी अर्पित अपनी पत्नी के साथ चिनहट स्थित विजयन खंड में किराए के मकान में रहते हैं। अर्पित ने कुछ दिन पहले एक बड़ा जिम खोला है। घर व जिम में काम करने के लिए कुछ दिन पहले उन्होंने घरेलू नौकर नंदपुर चिनहट डूडा कॉलोनी में रहने वाल राकेश सिंह उर्फ छोटू को काम के लिए रखा था। अर्पित ने बताया कि छोटू को उसने अपने एक दोस्त के कहने पर काम पर रखा था। दोस्त के विश्वास के चलते उन्होंने राकेश उर्फ छोटू का वैरीफिकेशन नहीं कराया था।

11 दिन पहले निकाल दिया था

अर्पित ने बताया कि 20 मई को उनके नौकर राकेश उर्फ छोटू ने उनकी कार का एक्सीडेंट कर दिया था। बड़ा नुकसान होने पर उन्होंने नाराज होकर राकेश उर्फ छोटू को निकाल दिया था। नौकरी से निकालने के बाद राकेश ने बदला लेने के लिए अर्पित के घर डकैती डालने, उन्हें और उनकी पत्नी को नुकसान पहुंचाने की योजना बनाई। इसके लिए उसने अपने चार साथियों से संपर्क किया और वारदात को दिन भी फिक्स कर दिया।

एक जून की रात 10 बजे करनी थी वारदात

राकेश उर्फ छोटू ने अपने चार साथियों के साथ मिलकर एक जून की रात 10 बजे वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी। उसने पूछताछ में पुलिस को बताया कि अर्पित जिम से रात 10 बजे घर लौटता है। अर्पित के साथ वह घर के अंदर किसी बहाने से जाता और पति-पत्नी को बंधक बनाकर वारदात को अंजाम देता। अर्पित तीन मंजिला बिल्डिंग वाले मकान में रहता है। जिसमें ग्राउंड फ्लोर में वह अपने परिवार के साथ रहता है जबकि फस्ट व सेकेंड में दूसरा परिवार रहता है।

पुलिस की सक्रियता ने वारदात से पहले दबोचा

अर्पित के घर में वारदात को अंजाम देने की तैयारी कर रहे राकेश उर्फ छोटू की जानकारी पुलिस तक पहुंच गई। पूर्वी की क्राइम ब्रांच टीम और चिनहट पुलिस ने सर्विलांस की मदद से पहले ही उस पर निगरानी शुरू कर दी। फ्राइडे अर्ली मार्निंग वह देवा रोड पर अपने साथियों को बुलाकर वारदात के लिए रैकी करने जा रहा था। तभी देवा रोड पर पुलिस ने उन्हें घेर लिया। पुलिस को देख राकेश उर्फ छोटू और उसके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में पुलिस की एक गोली छोटू के पैर में लगी जबकि अंधेरे का फायदा उठाकर उसके साथी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने उसके पास से 315 बोर का तमंचा और मौके से 315 बोर के साथ 3 नाइन एमएम के खोखे मिले हैं।