लखनऊ (ब्यूरो)। सूत्रों के मुताबिक, आतंकी रिजवान के लैपटॉप से कुछ लोगों के नाम सामने आए थे, इसके बाद से टीम लगातार इन लोगों की तलाश में जुटी हुई है। इन सभी का मूल निवास फतेहपुर होने की वजह से आपस में कनेक्शन जुड़ रहा है।

चारों का निकाला जा रहा कनेक्शन

आईएस आतंकी रिजवान मूलरूप से फतेहपुर का रहने वाला है। अबतक की जांच में सामने आया कि वह फतेहपुर से आतंकी नेटवर्क को बढ़ा रहा था। इस इनपुट पर एनआईए की टीम फतेहपुर पहुंची और यहां से अब्दुल रहमान उसके बेटे अब्दुल अरमान और साथी सलीम असगर को गिरफ्तार किया। जांच में सामने आया कि बेटा हाल ही में हैदराबाद से लौटा है। सूत्रों के मुताबिक, एनआईए की टीम को इन चारों का कनेक्शन के बारे में पता चला है। ऐसे में एनआईए, एसटीएफ समेत सभी सुरक्षा एजेंसियां इस पूरे मामले की तह तक जाने में जुटी हुई है।

लैपटॉप और मोबाइल से मिले कई क्लू

टीम की जांच में आतंकी रिजवान के लैपटॉप और मोबाइल से कई महत्वपूर्ण क्लू मिले हैं। इनमें एक लिस्ट भी मिली है, जिसमें कई लोगों के नाम मिले हैं। जिससे साफ पता चल रहा है कि आतंकी रिजवान का लिंक, प्रयागराज, आजमगढ़, लखनऊ और फतेहपुर से है। ऐसे में अब इन सभी जगहों से सुरक्षा एजेंसी अलर्ट पर हो गई है। रिजवान के करीबियों से लेकर उसके दोस्तों तक के रिकार्ड को खंगाला जा रहा है।

आखिर किसने की मदद?

सूत्रों के मुताबिक, एनआईए की जांच में सामने आया कि आतंकी रिजवान की लखनऊ में आने में किसी ने मदद की है। बताया जा रहा है एक शख्स ने उसको लखनऊ में रहने के लिए कहा था और उसने ही उसे सआदतगंज का कमरा लेने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन को भेजा था, ताकि यह इससे संपर्क कर लखनऊ में अपना ठिकाना बना सके। साथ ही डॉक्टर के मकान में इसलिए रहने को कहा गया था, ताकि किसी भी सुरक्षा एजेंसी को इसकी भनक न लग सके। ऐसे अब एनआईए की टीम इस शख्स के भी तलाश में जुटी हुुई है।

इसलिए यहां बनाया ठिकाना

टीम की जांच में सामने आया कि आतंकी रिजवान लखनऊ में रहकर रेकी कर रहा था। उसके टारगेट पर कई जगहें थीं। सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ से पता चला है कि उसने प्रयागराज, सीतापुर समेत अन्य रूटों पर जाने के लिए इस सआदतगंज को चुना था, ताकि वह कभी भी किसी भी रूट पर आसानी से जा सके।

राम मंदिर को टारगेट

बीते दिनों दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने 3 लाख के इनामी आतंकी शाहनवाज आलम उर्फ अब्दुल्ला उर्फ मो। इब्राहिम उर्फ प्रिंस को गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही उसके दो अन्य साथियों को भी पकड़ा, जिसमें एक आतंकी रिजवान अशरफ भी था। रिजवान अशरफ मूलरूप से फतेहपुर के खेलदार मोहल्ले का रहने वाला है। पूछताछ में बड़े खुलासे भी हुए कि इनका मकसद क्या था। सूत्रों की माने तो आतंकी राम मंदिर को टारगेट कर रहे थे और बराबर रेकी भी कर रहे थे।