- रमजान का आखिरी अशरा शुरू हुआ
Lucknow: रमजान का तीसरा अशरा जहन्नुम से निजात फरमा देता है। आखिरी दस दिन रोजेदार ज्यादा से ज्यादा इबादत कर अल्लाह से तौबा करते हैं। आखिरी अशरे की ताक रातों यानि 21वीं, 23वीं, 25वीं, 27वीं और 29वीं शबे कद्र भी आती है। माना जाता है कि शबे कद्र में मांगी गई दुआ अल्लाह सीधे कबूल फरमाता है। इसके साथ लोग एतेकाफ में भी बैठते है। जहां वो दीनी दुनिया से दूर मस्जिदों में 10 दिन गुजारते हैं। इसबार लॉकडाउन से सभी मस्जिदें बंद हैं। ऐसे में राजेदारों को घरों पर ही रहना होगा।
शिया हेल्पलाइन
सवाल - लॉकडाउन से मस्जिदें बंद है तो क्या एतेकाफ घर में किया जा सकता है?
जवाब- एतेकाफ जामा मस्जिद में किया जाएगा इसके अलाव कहीं और मुमकिन नहीं है। लॉकडाउन में मस्जिद में एतेकाफ नहीं होगा।
सवाल- क्या पत्नी पति की अनुमति के बगैर एतेकाफ कर सकती है?
जवाब- अगर पत्नी पति की अनुमति के बगैर एतेकाफ करे तो उसका एतेकाफ सही नहीं होगा।
सवाल- क्या फितरा दूध पीते बच्चे का भी दिया जाएगा?
जवाब- फितरा एक तरह का सदका है इसलिए दूध पीते बच्चे का भी दिया जाएगा।
सवाल- जकात किसको दी जाएगी?
जवाब- जकात उस व्यक्ति को दी जाएगी जो बारह इमामों की इमामत को मानता हो और गरीब हो और वह मांग कर जिंदगी गुजारता हो।
सवाल- अगर कोई व्यक्ति कर्जदार है और वह उसे अदा नहीं कर पा रहा है तो क्या जकात ले सकता है?
जवाब- कर्जदार व्यक्ति पूरे वर्ष का खर्च रखने के बाद भी कर्ज अदा करने के लिए जकात का माल ले सकता है।
सुन्न्ाी हेल्पलाइन
सवाल- लॉकडाउन से मोहल्ले की मस्जिद में कोई ऐतिकाफ नहीं कर पा रहा है तो शरीअत में उसके लिए किया गुजाइश है?
जवाब- आखिरी अशरे में मस्जिद में ऐतिकाफ करना सुन्नत मअक्किदा किफाया है। यानी बस्ती या मोहल्ले में एक आदमी भी ऐतिकाफ न करे तो सभी गुनाहगार होंगे। लॉकडाउन की मजबूरी की वजह से अगर कोई ऐतिकाफ नहीं कर पा रहा है तो इस मजबूरी की वजह से गुनाहगार नहीं होंगे।
सवाल- क्या दौरान ऐतिकाफ कुरान पाक के इलावा दीनी किताबों का अध्ययन कर सकते हैं?
जवाब- तमाम दीनी किताबों का अध्ययन कर सकते हैं।
सवाल- एक शख्स को पथरी की शिकायत है और पेशाब के दौरान खून निकलने लगता है तो क्या इससे रोजा टूट जायेगा?
जवाब- इससे रोजा नहीं टूटेगा।
सवाल- गिरवी रखी चीज की जकात किस पर वाजिब है?
जवाब- न देने वाले पर और न ही रखने वाले पर है।
सवाल- जमीन के लिए जो खाद या बीज खरीद कर रखा है, क्या उस पर भी जकात वाजिब है?
जवाब- उस पर जकात वाजिब नहीं है.
कोट
खुदा पाक से यही दुआ है कि जल्द यह कोरोना वबा खत्म हो, जो गरीब व जरूरतमंद परेशान हैं उनकी परेशानियां खत्म हों। इस समय एक समाज के तौर पर हमें आगे आकर सबकी मदद करनी चाहिए। ऊपर वाला सभी को इस संकट से बचाए।
मो। अतीकुर्रहमान
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