- कोरोना संक्रमण में दूसरी गंभीर बीमारियां बन नहीं मौत का बढ़ा कारण
- जुलाई में काफी बढ़ गई है कोरोना से राजधानी में होने वाली मौतों की संख्या
LUCKNOW:
राजधानी में कोरोना संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना से होने वाली बहुत सी मौतों में देखा गया कि मरीज को पहले से सांस, शुगर, हाइपरटेंशन, कैंसर जैसी बीमारियां थीं। वहीं कोरोना मरीजों के देर से अस्पताल आने की वजह भी मौत का एक कारण है। राजधानी में बुधवार तक कोरोना से 58 लोगों की मौत हो चुकी है और यहां कोरोना डेथ रेट 1.28 फीसद है, जो आगरा, फिरोजाबाद, कानपुर से काफी कम है।
मौत की कई वजहें
केजीएमयू में कोविड के नोडल इंचार्ज डॉ। डी। हिमांशु ने बताया कि कोरोना संक्रमितों की मौत की वजह सिर्फ संक्रमण ही नहीं है। अमूमन देखने में आया है कि मरीज पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। उन्हें सांस, डायबिटीज, कैंसर, किडनी व लिवर आदि की गंभीर समस्या थी। इन बीमारियों से उनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो गई थी। कई बार देर से हॉस्पिटल आने की वजह से भी मरीजों की जान नहीं बचाई जा सकी। जिनकी कोरोना से मौत हुई, उनकी उम्र भी ज्यादा नहीं देखी गई।
संक्रमण से कैसे बचें
- अपनी फिटनेस का पूरा ध्यान रखें
- बिना मास्क लगाए घर से न निकलें
- साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें
- कोई भी समस्या हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं
जुलाई में बढ़ गई मौतें
विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो जून तक सिर्फ 19 मौतें कोरोना से हुई थीं। वहीं जुलाई में अबतक हुई मौत का आंकड़ा 58 हो गया है। जुलाई में ही 39 मौतें अब तक हो चुकी हैं।
राजधानी में रोज हो रही मौतें
डेट मौत
12 जुलाई 02
13 जुलाई 06
14 जुलाई 04
15 जुलाई 03
16 जुलाई 03
17 जुलाई 06
18 जुलाई 02
19 जुलाई 04
20 जुलाई 05
21 जुलाई 03
कहां कितनी मृत्युदर
शहर दर
आगरा 6.70
फिरोजपुर 6.59
प्रतापगढ़ 5.52
मेरठ 5.48
कानपुर 5.11
लखनऊ 1.28