लखनऊ (ब्यूरो)। सत्र के दौरान विधानभवन के बाहर तब हंगामा शुरू हो गया, जब बागपत के छपरौली की रहने वाली सुमन सिंह नामक एक महिला ने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया। यह देख पुलिस कर्मियों ने महिला को सही समय पर बचाकर गंभीर हालत में सिविल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसके भाई की मौत हो चुकी है थी। उसकी पत्नी और ससुराल पक्ष पर हत्या का केस दर्ज है, लेकिन पुलिस आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

नहर में मिली थी भाई की लाश

घटना मंगलवार दोपहर करीब दो बजे की है। सिविल अस्पताल में इलाज के दौरान शाम को होश आने पर सुमन ने बताया कि उसके भाई अरविंद पुलिस में सिपाही थे। वह मुरादाबाद पुलिस लाइन में तैनात थे। नौकरी के वजह से वहां किराए पर कमरा लेकर रहते थे। बीते 27 मार्च को भाई मेरठ स्थित ससुराल जाने के की बात कहकर मकान मालिक से कहकर निकले थे। इसके बाद कई दिन तक वापस नहीं लौटे। इस पर मकान मालिक ने फोन कर सूचना दी थी। भाई की गुमशुदगी बागपत के छपरौली थाने में दर्ज कराई थी। आठ दिन बाद भाई का शव गंग नहर में भोला की झाल में मिला था।

ससुराल पक्ष पर हत्या का केस

शिकायत में पीड़िता ने बताया कि भाई की पत्नी और उसके ससुराल पक्ष के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज हुई। इसके बाद भी पुलिस ने मामले में कार्रवाई करने पर कोताही बरत रही है। अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। एसपी बागपत से लेकर अन्य उच्चाधिकारियों को प्रार्थनापत्र देकर कार्रवाई की मांग की गई पर कोई सुनने को तैयार नहीं है। जिससे परेशान होकर पीड़िता पिता के साथ उच्चाधिकारियों और सीएम से न्याय की गुहार लगाने लखनऊ आयी थी। मुलाकात न हो पाने के कारण विधानभवन के सामने पहुंची। बोतल में पेट्रोल था। पहले पिया और फिर ऊपर उड़ेल लिया।

बागपत पुलिस को दी गई सूचना

घटना के बाद मौके पर तैनात पुलिसकर्मी ये सब देख पीड़िता को बचाने दौड़े। उन्होंने हाथ से बोतल छीन ली और फिर अस्पताल ले आयी। वहीं, एडीसीपी सेंट्रल मनीषा सिंह ने बताया कि सुमन की हालत सामान्य है। उसने बागपत के छपरौली थाने की पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। बागपत पुलिस को सूचना दे गई है। मामले में छानबीन चल रही है।