लखनऊ (ब्यूरो)। मंगलवार को सोशल मीडिया पर राजधानी की एक तस्वीर चर्चा का विषय बन गई। दरअसल, ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) की महिला नेता ने ट्विटर पर विधान सभा के पास नमाज पढ़ते हुए अपनी एक तस्वीर पोस्ट की। इसके साथ उसने लिखा कि मुझे आजादी से नमाज पढऩे का अधिकार है। तस्वीर वायरल होते ही पुलिस सक्रिय हो गई। डीसीपी मध्य के मुताबिक, जांच में सामने आया है कि यह तस्वीर कैसरबाग थाना क्षेत्र के सचिवालय मेट्रो स्टेशन के पास की है। इस संबंध में जांच की जा रही है।

संदेश देने के लिए फोटो पोस्ट की

ट्विटर पर एआईएमआईएम की नेता सैय्यद उजमा परवीन ने नमाज पढ़ते हुए एक तस्वीर शेयर की है। तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा कि लखनऊ विधानसभा के सामने असर की नमाज अदा की। जो यह कहते हैं कि हमारी नमाज पर पाबंदी लगा देंगे, तो हम भी अपने हिंदुस्तान की हर सरजमीन पर नमाज पढ़कर दिखा देंगे कि हमारा देश आजाद है इसीलिए मुझे आजादी से नमाज पढऩे का अधिकार है। उजमा ने बताया कि वह रोजे से है ऐसे में शाम को नमाज का वक्त हुआ तो उन्होंने विधानसभा के करीब सचिवालय मेट्रो स्टेशन के बाहर ही नाम पढऩी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि नमाज पढ़ते हुए तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट करने के पीछे का कारण नमाज को कहीं भी पढऩे पर यूपी में पाबंदी लगाना है। उन्होंने कहा कि इसीलिए उन्होंने जानबूझ कर विधानसभा के सामने नमाज पढ़ कर पाबंदी लगाने वालों को संदेश दिया है।

सीएए व एनआरसी प्रदर्शन में दर्ज है केस

लखनऊ में हुए सीएए प्रदर्शन में सक्रिय भूमिका निभाने वाली उजमा परवीन को एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असुदद्दीन ओवैसी ने लखनऊ पश्चिमी से विधानसभा प्रत्याशी बनाया था। यहीं नहीं, उजमा के खिलाफ सीएए-एनआरसी प्रदर्शन के दौरान एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हुई थे।