- ईदगाह में महिलाओं के लिए अलग से इंतजाम किया गया

LUCKNOW: इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की ओर से इस बार ऐशबाग ईदगाह में पहली बार महिलाएं और पुरुष एक साथ नमाज अता करेंगे। ईदगाह में महिलाओं के लिए अलग से इंतजाम किया गया है, जिसमें पर्दे की चारदीवारी लगाई जाएगी।

पांच हजार के लिए व्यवस्था

ईद उल फित्र की नमाज सुबह दस बजे होगी। महिलाओं के हक और बराबरी के लिए इस सराहनीय पहल का सभी लोगों ने स्वागत किया है। ईदगाह में ईद की महिलाओं की नमाज की इमामत भी मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली करेंगे। महिलाओं और पुरुषों की एक ही जमात होगी। ईद की नमाज के लिए लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। मौलाना खालिद रशीद ने बताया कि ईदगाह में लगभग पांच हजार महिलाओं के लिए नमाज पढ़ने की व्यवस्था की गई है।

यह पहला मौका है जब

बता दें कि इससे पहले ईदगाह में कभी महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध नहीं था, लेकिन दोनों को एक ही जमात में कभी नमाज नहीं पढ़ाई गई। यह पहला मौका है जब दोनों लोग एक साथ एक ही इमाम के पीछे नमाज अदा करेंगे। मौलाना ने बताया कि कई देशों में महिला पुरुष एक साथ नमाज पढ़ते हैं, जो गलत नहीं है, बस पर्दे का ख्याल रखना चाहिए। मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि आज कल गलत प्रचार कर लोगों को बताया जाता है कि इस्लाम व मौलाना महिलाओं को लेकर कट्ट है। जबकि हकीकत में इस्लाम महिलाओं के लिए कभी कट्टर नहीं है। इस्लाम में भी महिलाओं को पूरे अधिकार है। उन्होंने महिलाओं से अपील भी की कि वो ईदगाह में नमाज पढ़ने आये और ऐसे लोगों को करारा जवाब दें।