- केजीएमयू के दीक्षांत समारोह में वर्चुअली शामिल हुए राष्ट्रपति

- नितिन भारती को हीवेट मेडल, चांसलर, ऑनर्स संग 11 गोल्ड

LUCKNOW:

केजीएमयू जार्जियन परिवार के करीब 12,500 सदस्य इंटरनेशनल स्तर पर सक्रिय हैं। ऐसे में मेरा सुझाव है कि इस एसोसिएशन द्वारा एक नॉलेज पोर्टल बनाया जाए। जिस पर देश-विदेश में काम कर रहे जार्जियंस अपनी विशेषज्ञता और अनुभव शेयर करें। नई और पुरानी पीढ़ी केडॉक्टर मिलकर मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराएं। ये बातें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बताई, जो सोमवार को केजीएमयू के 16वें दीक्षांत समारोह में वर्चुलअी शामिल हुए।

यहां पढ़ना गर्व की बात

राष्ट्रपति ने कहा कि केजीएमयू के डॉक्टर देश विदेश में छाए हैं। डॉक्टर मानवता की सेवा कर केजीएमयू का गौरव बरकरार रखें। केजीएमयू जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से पढ़ाई करना गर्व की बात है। केजीएमयू ने हमेशा गंभीर चुनौतियों के बीच गौरवशाली काम किया है और अपना असाधारण योगदान दिया है।

खत्म हो जातिवाद

गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यूनिवर्सिटीज में जातिवाद खत्म होना चाहिए। अगर पढ़े-लिखे लोग जातिवाद से बाहर नहीं आएंगे तो सामान्य लोगों कैसे इससे दूर होंगे। डॉक्टर यह न समझें कि फ्री में पढ़ाई की है। एक स्टूडेंट पर सरकार कम से कम 50 लाख खर्च करती है। यह पैसा नागरिकों के टैक्स से आता है, ऐसे में समाज के प्रति खुद की जिम्मेदारी समझें।

कोविड गाइडलाइन का पालन

दीक्षांत का आयोजन साइंटिफिक कंवेंशन सेंटर में किया गया। यहां स्टूडेंट्स को पर्याप्त डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया गया और हाल में सभी को थर्मल स्कैनिंग के बाद ही जाने दिया गया। यहां गवर्नर के साथ विशिष्ट अतिथि चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने टॉपर्स को मेडल दिए। इस दौरान वीसी ले.ज। डॉ। बिपिन पुरी, प्रति कुलपति प्रो। विनीत शर्मा, कुलसचिव आशुतोष दुबे आदि मौजूद रहे। दीक्षांत समारोह में 46 लोगों को मेडल, बुक प्राइज, सर्टिफिकेट दिए गए।

इनको मिले सवार्धिक मेडल

- नितिन भारती- एमबीबीएस में ऑल ओवर टॉपर, हीवेट मेडल, चांसलर, ऑनर्स संग 11 गोल्ड और 1 सिलवर मेडल, कुल 17 मेडल।

- आकांक्षा- एमबीबीएस में दूसरे स्थान पर। कुल 7 गोल्ड मेडल, 1 सिल्वर और 2 बुक प्राइज।

- अंजली सिंघल- एमबीबीएस में तीसरे नंबर पर। 3 गोल्ड मेडल, 1 सिलवर मेडल।

- अंजली मल्ल- बीडीएस स्टूडेंट। 7 गोल्ड मेडल।

लगातार कर रहे काम

वीसी ले.ज। डॉ। बिपिन पुरी ने कहा कि कोविड-19 रोगियों के उपचार, पर्यवेक्षण और प्रबंधन के लिए और संक्रमण को रोकने के लिए कोरोना टास्क फोर्स बनाई गई। कोरोना फीवर क्लिनिक, डिजिटल ओपीडी सेवा शुरू की गई। 39 हजार से अधिक रोगियों ने ई-प्लेटफॉर्म से उपचार दिया गया।

लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

- डॉ। आरसी अहूजा- डॉ। केबी भाटिया गोल्ड मेडल और लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड फॉर एमिनेंट फैकेल्टी मेंबर 2019

- डॉ। आरके सरन- डॉ। एसके भाटिया गोल्ड मेडल और लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड फॉर एमिनेंट फैकेल्टी मेंबर 2020

इन्हें भी मिले अवॉर्ड

सोनल रत्‍‌नाकर, आयुषी शुक्ला, अभिलाषा कुमारी, व गीतिका गुप्ता को दो-दो गोल्ड मेडल। डॉ। आदेश हनुमंत पालेकर, डॉ। हर्ष शनिश्वर, डॉ। सुबोध ओमप्रकाश, डॉ। हरमोहन साहू, डॉ। कौशल कुमार गुप्ता, डॉ। प्रशांत बाफना, डॉ। रोहन दीगारसे, डॉ। आशीष तिवारी, डॉ। सोनल रत्‍‌नाकर, डॉ। आयुषी शुक्ला, डॉ। मयंक मिश्रा, डॉ। अंकिता सिंह, डॉ। नीरज वर्मा, डॉ। राहुल, डॉ। अंकिता सिंह, डॉ। सुकृति, डॉ। प्रिया दीक्षित, डॉ। अपूर्व गुप्ता, डॉ। शौर्य वर्मा, डॉ। शैलजा मिश्रा, डॉ। दीपा अग्रवाल, डॉ। सूयरंश द्विवेदी, डॉ। श्रेय महेश, डॉ। अभिलाषा कुमारी, डॉ। अजय कुमार यादव, डॉ। रिचा त्यागी, डॉ। प्रवीण पांडेय, डॉ। शुभम श्रीवास्तव, डॉ। नीशिथ अग्रवाल, डॉ। रेतिल सौरभ, डॉ। रोहित गुरनानी, डॉ। शैलेन्द्र गौतम, डॉ। सोहमत, डॉ। एसए विजय, डॉ। गीतिका गुप्ता, डॉ। आशुतोष श्रीवास्तव, डॉ। आंचल गुप्ता, डॉ। एकता वर्मा, डॉ। यश जगधारी।

इसे भी जानें

- समारोह में कुल 46 को किया गया सम्मानित

-इसमें 44 मेधावी हैं, दो डॉक्टरों को अवॉर्ड मिले

- कुल 86 अवॉर्ड में 73 मेडल शामिल रहे

-कुल मेडल में 70 गोल्ड व तीन सिल्वर मेडल शामिल हैं

-तीन एमबीबीएस, एक बीडीएस टॉपर सम्मानित

-20 गोल्ड मेडल एमडी, चार मेडल एमएस के मेधावियों को

-एमसीएच व डीएम कोर्स में चार-चार गोल्ड मेडल

-एमडीएस में पांच गोल्ड और डीजीओ का एक गोल्ड मेडल

-एमएससी में दो गोल्ड, डीजीओ का एक गोल्ड मेडल

-एमबीबीएस छात्र को प्रो। देवेंद्र गुप्ता नया मेडल

-तीन साल बाद लड़कों का हीवेट, चांसलर मेडल पर कब्जा