- लखनऊ यूनिवर्सिटी में छोटे-छोटे काम के लिए भी स्टूडेंट्स को लगाने पड़ रहे कैंपस के चक्कर

- पोर्टल पर अप्लाई करने के बाद भी नहीं मिल रहा कोई रिस्पांस

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी ने शताब्दी वर्ष के अवसर पर पूरे सिस्टम को ऑनलाइन करने का दावा किया था। इसके तहत डुप्लीकेट मार्कशीट, माइग्रेशन तथा मार्कशीट वेरीफिकेशन का काम ऑनलाइन होना था। दावा किया गया था कि परीक्षा विभाग इस पर काम कर रहा है। यह दावा दो माह पहले किया गया था लेकिन हकीकत आज भी पहले जैसी ही है। ऑनलाइन मोड में काम शुरू होना तो दूर उसपर आए आवेदनों को देखने वाला भी कोई नहीं है।

स्टूडेंट्स परेशान

एलयू प्रशासन ने दावा किया था कि सबसे पहले एग्जाम डिपार्टमेंट को ऑनलाइन किया जाएगा, जिससे माइग्रेशन, मार्कशीट के लिए स्टूडेंट्स को कैंपस के चक्कर न लगाने पड़े। घर बैठे ही उनका काम हो जाए। हालत ऐसे हैं कि आज भी सैकड़ों स्टूडेंट्स रोज सीपीएमटी बिल्डिंग पहुंचकर माइग्रेशन और डिग्री के लिए आवेदन कर रहे हैं।

यह भी किया गया था दावा

एलयू प्रशासन की ओर से यह दावा भी किया गया था कि स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर जाकर माइग्रेशन, मार्कशीट में संशोधन या डुप्लीकेट मार्कशीट और वेरीफिकेशन के लिए आवेदन कर सकेंगे। इसके लिए स्टूडेंट्स को कोई प्रमाणपत्र उपलब्ध कराना है तो आवेदन के बाद एक तारीख दी जाएगी। इस तारीख को स्टूडेंट्स अपने प्रमाणपत्र के साथ ही जरूरी कागजात जमा करने होंगे। पर यह प्रक्रिया अभी तक नहीं शुरू हो सकी।

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कई साल से कर रहे दावा

एलयू में ऑनलाइन सुविधा का दावा कई साल से किया जा रहा है। सत्र 2013-14 की शुरुआत में यूनिवर्सिटी की वेबसाइट का नये सिरे से निर्माण शुरू हुआ। वीसी प्रो। आलोक कुमार राय ने पदभार ग्रहण करने के बाद यूनिवर्सिटी के डिजिटल तौर पर मजबूत करने के काफी प्रयास व कवायद भी शुरू हुई पर स्टूडेंट्स के कामों से जुड़े दावे अभी तक अमल में नहीं आए हैं।

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दो बार वेबसाइट अपडेट

एलयू की वेबसाइट दो बार अपडेट हो चुकी है। परीक्षा, फीडबैक, एडमिशन, आईक्यूएसी, स्टूडेट लॉगइन जैसे पोर्टल बन चुके हैं, लेकिन यूनिवर्सिटी अभी तक डिग्री और प्रोविजनल सर्टिफिकेट के लिए ऑनलाइन व्यवस्था शुरू नहीं कर सका है।