लखनऊ (ब्यूरो)। अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की ओर से रविवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ मुख्य अतिथि श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने दीप प्रज्वलित कर किया। मुख्य अतिथि ने कहा कि श्रमिकों को किसी भी दशा में निराश नहीं होना है। सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ उनको विभिन्न योजनाओं का लाभ दे रही है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि श्रमिकों के अंदर चेतना पैदा करनी है और उनका मनोबल हमेशा ऊंचा रखना है।

श्रमिकों का सम्मान पहला कर्तव्य

राज्य मंत्री मनोहर लाल पंथ (मन्नू कोरी) ने कहा कि श्रम और श्रमिक का सम्मान करना समाज और सरकार का प्रथम कर्तव्य है। उप्र श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष/राज्यमंत्री सुनील भराला ने श्रमिकों को लाभांवित करने के लिए परिषद के सफल प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी। राज्य परामर्श दात्री समिति बोर्ड के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह ने श्रम विभाग और श्रमिकों के बीच सामंजस्यपूर्ण कार्य संस्कृति की आवश्यकता पर बल दिया। श्रम आयुक्त राजशेखर ने मजदूर दिवस के इतिहास पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में बोर्ड के सचिव विपिन कुमार जैन, अपर श्रमायुक्त सरजू राम भी मौजूद रहे।

योजना के अंतर्गत लाभांवित किया गया

कार्यक्रम में 20 मृतक निर्माण श्रमिक परिवार के आश्रितों को निर्माण कामगार दुर्घटना मृत्यु एवं अपंगता सहायता तथा अंत्येष्टि सहायता योजना के अंतर्गत लाभांवित किया गया। योजनांतर्गत दो लाख की सहायता राशि का प्रमाण-पत्र तथा 25 हजार की धनराशि का डीपीटी के माध्यम से भुगतान किया गया। इसके अलावा सात पंजीकृत श्रमिकों की पुत्री के विवाह के लिए 55 हजार रुपये कन्या विवाह सहायता योजना के अंतर्गत दिए गये। वहीं, 160 श्रमिकों के बच्चे, जो पढ़ाई कर रहे हैं, उनको विद्यालय जाने के लिए साइकिल दी गई।