- कोविड रिपोर्ट निगेटिव होने के बावजूद एप बताता है पॉजिटिव

- अधिकारियों से शिकायत के बावजूद नहीं हो रहा सुधार

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख:

केस 1

शारदानगर निवासी 35 वर्षीय युवक 7 सितंबर को पॉजिटिव और 17 सितबंर को निगेटिव आया, लेकिन आरोग्य सेतु एप 14 दिनों तक पॉजिटिव दिखाता रहा। इतना ही नहीं होम आइसोलेशन के दौरान यूपी होम आइसोलेशन एप एक दिन भी नहीं चला।

केस 2

पारा निवासी 23 वर्षीय युवक 5 सितंबर को पॉजिटिव और 19 सितंबर को निगेटिव आया, लेकिन एप पर उसे पॉजिटिव ही बताया जा रहा था, जिसकी वजह से उसे मानसिक तनाव झेलना पड़ा।

यह कुछ चंद केस हैं, जो बताते हैं कि अधिकारियों की लापरवाही की सजा कोविड से लड़ रहे मरीजों को झेलनी पड़ रही है। कभी गलत नंबर तो कभी एप में टेक्निकल दिक्कत की वजह से या तो मरीज को निगेटिव होने के बावजूद पॉजिटिव दिखाया जा रहा है तो वहीं होम आइसोलेशन एप में टेक्निकल दिक्कत की वजह से पेशेंट डेली अपडेट नहीं कर पा रहे हैं। वहीं अधिकारी भी ऐसी प्रॉब्लम सामने आने की बात को मान रहे हैं। इसकी वजह से पेशेंट को काफी परेशानी हो रही है।

निगेटिव के बावजूद पॉजिटिव

आरोग्य सेतु एप को लेकर ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं, जहां पेशेंट निगेटिव होने के बावजूद उसे पॉजिटिव दिखाया जा रहा है। इसके पीछे सबसे कड़ी वजह फोन नंबर की गलत फीडिंग सामने आ रही है, इसकी वजह से एप यूजर्स को मानसिक तनाव झेलना पड़ रहा है। अधिकारियों की लापरवाही की वजह से कोरोना से अलर्ट करने वाला एप लोगों की टेंशन बढ़ाने का काम कर रहा है।

नहीं हो पा रहा डेली अपडेट

प्रदेश में होम आइसोलेट होने वाले मरीजों को यूपी होम आइसोलेशन एप को डाउनलोड करना बेहद जरूरी है, जहां डेली लॉगइन करके अपनी हेल्थ की जानकारी अपडेट करनी होती है, लेकिन इसको लेकर भी काफी शिकायतें आ रही हैं। कभी एप में पॉसवर्ड की प्रॉब्लम तो कभी लोकेशन को लेकर प्रॉब्लम हो रही है। लोगों की मानें तो कभी जानकारी भरने के बावजूद अपडेट नहीं होता है। वहीं जब कोविड कंटोल रूम से मरीज से एप पर अपडेट की जानकारी मांगी जाती है तो वो इन समस्याओं को बताते हैं, लेकिन इसके बावजूद अधिकारियों द्वारा एप में आ रही टेक्निकल प्रॉब्लम को दूर नहीं किया जा रहा है। ऐसे में अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा मरीज को उठाना पड़ रहा है। दरअसल, जानकारी अपडेट नहीं होने से मरीज के लक्षणों को लेकर सही जानकारी अपडेट ही नहीं हो रही है। ऐसे में व्यवस्था पर सवाल खड़ा होना लाजमी है।

समस्या को दिखवाया जाएगा

होम आइसोलेशन के नोडल इंचार्ज डॉ। केपी त्रिपाठी बताते हैं कि कई बार लोग गलत नंबर बता देते हैं या गलत नंबर फीड हो जाता है, जिसकी वजह से यह समस्या सामने आती है, जहां तक होम आइसोलेशन एप का सवाल है तो अगर ऐसी कोई समस्या है तो इसको दिखवाया जाएगा और जो भी टेक्निकल प्रॉब्लम है उसे जल्द दूर किया जाएगा ताकि किसी भी होम आइसोलेट मरीज को कोई प्रॉब्लम न हो।

कोट

अगर एप में कोई दिक्कत आ रही है तो उसको दिखवाकर उसको दूर किया जाएगा। कई बार नंबर गलत फीड होने से भी समस्या आती है।

। केपी त्रिपाठी, नोडल इंचार्ज होम आइसोलेशन