- ऑनलाइन क्लास के दौरान स्टूडेंट्स कर रहे अभद्रता

- कई स्कूलों से सामने आ रही हैं इस तरह की शिकायतें

LUCKNOW:

केस-1

उठानी पड़ी शर्मिदगी

गोमतीनगर स्थित एक बड़े स्कूल में जूम एप पर ऑनलाइन क्लास के दौरान एक स्टूडेंट ने क्लास रोकने की बात कही। जब टीचर ने कारण पूछा तो उसने कहा, टॉयलेट जाना है। टीचर ने जब उसका नाम पूछा तो उसने गलत शब्द बोलना शुरू कर दिया। जिससे टीचर को काफी स्टूडेंट्स के सामने शर्मिदगी उठानी पड़ी .टीचर ने इसकी शिकायत स्कूल प्रबंधक से की है।

केस-2

मारने की दी धमकी

सीतापुर रोड स्थित एक प्रतिष्ठित स्कूल में इंग्लिश की टीचर क्लास 5 के बच्चों की क्लास ले रही थीं। उन्होंने बच्चों से निबंध लिखने को कहा तो एक स्टूडेंट ने अनाप-शनाप बोलने के साथ ही उन्हें मारने की बात भी कही। इसकी शिकायत टीचर ने स्कूल प्रबंधक से की है।

केस-3

तुम बहुत हॉट लग रही हो

एलडीए कॉलोनी के एक प्रतिष्ठित स्कूल की हिंदी की टीचर जब ऑनलाइन क्लास ले रही थीं तो एक स्टूडेंट ने क्लास से जुड़ी एक छात्रा को देखकर कहा कि तुम बहुत हॉट लग रही हो, स्कूल यूनिफॉर्म में तो इतनी अच्छी नहीं लगती हो। टीचर ने इसकी सूचना भी स्कूल प्रबंधक को दी है।

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लॉकडाउन के पढ़ाई पटरी पर लाने के लिए स्कूल मैनेजमेंट और टीचर कड़ी मेहनत कर रहे हैं। स्टूडेंट्स का सिलेबस ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है लेकिन कई स्टूडेंट्स इन क्लास में अभद्रता कर रहे हैं। जिससे टीचर्स को मानसिक तनाव झेलना पड़ रहा है। राजधानी के कई स्कूलों में इस तरह की शिकायतें आ रही हैं। जिसे देखते हुए स्कूल प्रबंधक सख्त कदम उठाने जा रहे हैं।

प्रिंसिपल को मारने की बात

एक प्रतिष्ठित स्कूल के टीचर जूम एप पर क्लास ले रहे थे, तभी एक स्टूडेंट ने उनके साथ गाली गलौच किया। वहीं एक स्कूल के क्लास 5 के स्टूडेंट ने प्रिंसिपल पर निबंध लिखने की बात पर प्रिंसिपल को पीटने की बात कही। वहीं ऑनलाइन क्लास के दौरान कई स्टूडेंट बनियान या गलत कपड़े पहनकर भी आ रहे हैं।

यूनीफॉर्म की गई लागू

राजधानी के अनएडेड स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि खुद उनकी एक ब्रांच में एक स्टूडेंट्स ने ऑनलाइन क्लास के दौरान अभद्र भाषा का यूज किया। स्टूडेंट की पहचान कर इसकी शिकायत उसके पैरेंट्स से की गई तो स्टूडेंट ने ऑनलाइन क्लास में माफी मांगी। हमारे यहां आदेश दे दिया गया है कि ऑनलाइन क्लास में सभी स्टूडेंट यूनीफॉर्म पहनकर ही आएंगे। इसकी जिम्मेदारी पैरेंट्स की होगी।

जूम एप में ज्यादा प्रॉब्लम

इस तरह की शिकायतें जूम एप पर ज्यादा आने से कई स्कूलों ने जूम एप पर ऑनलाइन पढ़ाई बंद कर दी है। इस एप में यह पहचानना मुश्किल हो जाता था कि कौन सा स्टूडेंट गलत हरकत कर रहा है। स्कूलों ने गूगल क्लास रूप या दूसरे ऑनलाइन विकल्पों पर क्लास शुरू कर दी है। वहीं एक टीचर को पढ़ाने और एक टीचर को स्टूडेंट्स की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है। निगरानी करने वाले टीचर वीडियो ओपन कर स्टूडेंट्स की गतिविधियों पर नजर रखते हैं।

बाक्स

इस तरह की आ रही शिकायतें

- सुबह 8 से 2 बजे तक क्लास हो रही हैं लेकिन बच्चे स्मार्टफोन पर पढ़ाई के अलावा और कुछ करते मिल रहे हैं।

- कई जगह शिक्षिकाओं को अश्लील मैसेज भेजे जा रहे हैं।

- पैरेंट्स को डर है कि इंटरनेट पर गलत चीजों के बारे में बच्चों को कौन बताएगा।

- पैरेंट्स इतने सक्षम नहीं कि वे बच्चों की इंटरनेट सर्फिंग पर बराबर नजर रख सकें।

- टीचर्स को डर है कि स्कूल खुलने के बाद स्टूडेंट उनके किस तरह का व्यवहार करेंगे।

कोट

पैरेंट्स इस बात से अनभिज्ञ हैं कि बच्चे अभद्र भाषा का यूज ऑनलाइन क्लास में कर रहे हैं। हर टीचर एक क्लास में कम से कम 50 बच्चों को पढ़ा रहे हैं। जब कोई स्टूडेंट गलत भाषा का यूज करता है तो टीचर को शर्मिदगी उठानी पड़ती है।

अनिल अग्रवाल, प्रेसीडेंट, अनएडेड स्कूल एसोसिएशन

जूम एप पर टेक्निकल प्रॉब्लम आने से हमने इस एप का यूज हर ब्रांच में बंद कर दिया है। अब हम स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए दूसरे ऑनलाइन मीडियम का यूज कर रहे हैं।

ऋषि खन्ना, प्रवक्ता, सीएमएस