- स्कूलों में छोटे बच्चों की सेफ्टी को ध्यान में रखकर हो रहे बेहतर इंतजाम

- पैरेंट्स को स्कूल बुलाकर दिखाए जा रहे इंतजाम

- किसी क्लास में 10 तो किसी में सिर्फ 15 बच्चे ही बुलाए जाएंगे

LUCKNOW भले ही प्री स्कूल्स खोलने का निर्णय लिया गया हो, लेकिन स्कूल मैनेजमेंट की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि बिना पैरेंट्स की परमीशन के किसी भी छोटे बच्चे को स्कूल में एंट्री नहीं दी जाएगी। स्कूल मैनेजमेंट की ओर से यह भी कवायद की जा रही है कि पैरेंट्स को यह आश्वस्त किया जाए कि उनका बच्चा स्कूल में बिल्कुल सेफ है।

हर कदम पर सेफ्टी

अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन उप्र एवं प्री स्कूल्स एसोसिएशन स्कूल एसोसिएशन की ओर से निर्णय लिया गया है कि 13 सितंबर से नर्सरी, लोअर केजी और अपर केजी क्लासेस का संचालन किया जाएगा। इन क्लासेस में बेहद छोटे बच्चे आएंगे। ऐसे में स्कूल मैनेजमेंट की ओर से अभी से ही कोविड से सुरक्षा संबंधी इंतजामों को पुख्ता करने का काम शुरू कर दिया गया है।

पैरेंट्स को दिखाएंगे तैयारियां

स्कूल मैनेजमेंट्स की ओर से छोटे बच्चों को स्कूल बुलाने से पहले उनके पैरेंट्स को स्कूल बुलाकर सेफ्टी संबंधी तैयारियां से भी अवगत कराया जाएगा। जिससे पैरेंट्स के मन में यह भरोसा रहे कि अगर वो अपने बच्चे को स्कूल भेजते हैं तो उनका बच्चा सेफ रहेगा।

50 फीसदी बच्चे

कोविड गाइडलाइंस का अनुपालन करते हुए पहले चरण में अभी 50 फीसदी बच्चे ही बुलाए जाएंगे। जिससे बच्चों के बीच फिजिकल डिस्टेंसिंग बनी रहे। चूंकि बच्चे बेहद छोटे होंगे, तो ऐसे में उनकी सेफ्टी को लेकर कई कदम उठाए जा रहे हैं।

ये हैं तैयारियां

1-50 फीसदी बच्चे बुलाए जाएंगे

2-बच्चों में फिजिकल डिस्टेंसिंग रहेगी

3-एक ही शिफ्ट में बुलाए जाएंगे

4-रोज सेनेटाइज होंगी क्लासेस

परमीशन पर फोकस

स्कूल मैनेजमेंट की ओर से यह भी फोकस किया जा रहा है कि सिर्फ उन्हीं बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा, जिनके पैरेंट्स लिखित में अपनी परमीशन देंगे। यह पैरेंट पर निर्भर करेगा कि वो परमीशन देते हैं या नहीं। किसी भी पैरेंट पर बेवजह प्रेशर नहीं डाला जाएगा।

वर्जन

पैरेंट्स की परमीशन के बिना किसी भी छोटे बच्चे को स्कूल नहीं बुलाया जाएगा। बच्चों की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए प्रॉपर इंतजाम किए जा रहे हैं। जिससे बच्चे सेफ रहें।

अनिल अग्रवाल, मैनेजिंग डायरेक्टर, सेंट जोसेफ गु्रप ऑफ इंस्टीट्यूशंस

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वर्जन

बच्चों की सेफ्टी को लेकर प्रॉपर व्यवस्थाएं की जा रही हैं। क्लासेस में फिजिकल डिस्टेंसिंग पर विशेष फोकस रहेगा। इसे मेनटेन रखने के लिए किसी क्लास में 10 बच्चे बुलाए जाएंगे तो किसी में 15.

रिचा खन्ना, प्रिंसिपल, वरदान इंटरनेशनल एकेडमी, लखनऊ

वर्जन

हमारा पहला फोकस यही है कि सभी बच्चे सेफ रहें। कोविड प्रोटोकाल का पूरा पालन किया जाएगा। पैरेंट्स की परमीशन के बिना बच्चों को नहीं बुलाया जाएगा।

सर्वजीत सिंह, फाउंडर मैनेजर, अवध कॉलेजिएट