लखनऊ (ब्यूरो)। कैसरबाग में दोस्त की बहन की हल्दी रस्म में शामिल होने गए एक युवक को हर्ष फायरिंग के दौरान गोली लग गयी। घटना उस दौरान हुई जब वह डीजे पर डांस कर रहा था। गोली युवक के सीने में बाईं तरफ लगी, जिससे वह खून से लथपथ होकर वहीं गिर गया। उसे फौरन इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। युवक की मौत की खबर सुनकर साथी शव छोड़कर भाग निकले। मामला पुलिस तक पहुंचा तो उसकी शिनाख्त कर घरवालों को इसके बारे में सूचना दी। मृतक के पिता ने अज्ञात पर बेटे की हत्या का आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज कराई है।

अवैध तमंचे से चली गोली

निशातगंज की पेपर मिल कॉलोनी निवासी चंद्रकांत खरे का इकलौता बेटा आयुष (22) रविवार रात कैसरबाग निवासी दोस्त गौतम सोनकर की बहन की हल्दी रस्म में गया था। गौतम के घर में रतजगा का भी कार्यक्रम था। रात करीब दो बजे गौतम सोनकर, आयुष, तुषार उर्फ विक्रम के साथ अन्य लोग डीजे पर डांस कर रहे थे। तभी अचानक गोली चल गयी। गोली आयुष के सीने में घूसने के बाद अंदर जाकर फंस गयी। साथी घायल आयुष को इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले गए, पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि डांस के दौरान अवैध असलहा से फायरिंग की गई थी।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

पुलिस के मुताबिक, तुषार अपराधिक प्रवत्ति का है, जो आसपास के इलाकों में गांजा की तस्करी करता है। वह कई बार जेल भी जा चुका है। हालांकि, पुलिस ने यह अभी तक साफ नहीं किया कि गोली किसने चलाई है। वहीं दूसरी तरफ, आयुष के पिता ने थाने पर अज्ञात पर बेटे को गोली मारने का आरोप लगाकर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। मृतक माता-पिता का इकलौता बेटा था। घर पर मां अनुपमा, दो बहनें-इति और इला हैं। आयुष घर में सबका लाड़ला था। उसकी मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

कई बार हुई फायरिंग

स्थानीय लोगों का कहना है कि गौतम के घर पर देर-रात कई राउंड फायरिंग हुई। डीजे के डांस के दौरान काफी देर तक रह-रहकर फायरिंग होती रही। लोगों का कहना है कि नाचने वाले युवक शराब के नशे में थे। वहीं, नाच गाने में अपराधिक किस्म के युवक को देखकर किसी ने उसे रोकने का प्रयास भी नहीं किया। मामले में डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक का कहना है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

पिता ने जाने से किया था मना

आयुष ने बीए की एक वर्ष की पढ़ाई करने के बाद कॉलेज छोड़ दिया था। कुछ दिनों से वह प्राइवेज नौकरी कर रहा था। पढ़ाई के दौरान उसकी दोस्ती गौतम से हुई थी। रविवार को वह दोस्त के घर पर हो रहे कार्यक्रम की जानकारी देते हुए अपने घर से निकला था। पिता ने बताया कि इकलौता बेटा होने के कारण वह हमेशा उसको लेकर परेशान रहते थे। पिता के पूछने पर आयुष ने उनको बताया कि गौतम की बहन की 15 दिसंबर को शादी है, आज रतजगा का कार्यक्रम है। इस पर पिता ने उसे जाने से मना किया, लेकिन वह नहीं माना।